Super Exclusive: लाओ रे मेरा पिस्तौल ! चिल्लाई युवती और फिर गर्ल गैंग ने बरपाया कहर, किया लहूलुहान... देखिए Live Video

Patna Crime: पटना की सड़कों पर अब सिर्फ़ मर्दाना जुर्म की दास्तानें नहीं लिखी जा रहीं अब पर्दे के पीछे से निकलकर सामने आ चुका है गर्ल्स गैंग का खौफ़नाक चेहरा।...

लाओ रे मेरा पिस्तौल !- फोटो : reporter

Patna Crime: पटना की सड़कों पर अब सिर्फ़ मर्दाना जुर्म की दास्तानें नहीं लिखी जा रहीं अब पर्दे के पीछे से निकलकर सामने आ चुका है गर्ल्स गैंग का खौफ़नाक चेहरा। राजधानी के एक पॉश इलाक़े में इश्क़ और इन्तक़ाम की दास्तान ऐसी लिखी गई है, जिससे पूरे शहर का ज़मीर काँप उठा।

मामला महज मोहब्बत या रंजिश का नहीं, बल्कि अपराध के अज़ीम इरादे का है। लड़की ने अपने बॉयफ्रेंड को लेकर हुई कहासुनी का ऐसा अंजाम दिया कि एक मासूम युवती की ज़िन्दगी को अधमरा बना दिया गया। गर्ल्स गैंग ने पहले से साज़िश रचकर उसे एक फ्लैट में बुलाया। अंदर बुलाने के बाद दरवाज़ा बंद कर लिया गया और फिर शुरू हुआ हवस-ए-हिंसा का खेल।

"लाओ रे मेरा पिस्तौल!" — यह अल्फ़ाज़ उस वक्त चीख़ते हुए एक युवती के मुंह से निकले, जब उसने अपनी विरोधी को लहूलुहान करने की ठान ली थी। उसके बाद जो कुछ हुआ, वो जुर्म की किताबों में दर्ज किए जाने लायक है।

चार से पाँच लड़कियों ने मिलकर उस युवती को घूँसों, थप्पड़ों, लातों और बेल्ट से इस क़दर मारा कि वो बेहद नाज़ुक हालत में गिर पड़ी। मगर सिर्फ़ यही नहीं… ये गुंडई यहीं नहीं रुकी। इस पूरे तांडव का वीडियो बनाया गया—जी हाँ, बाकायदा कैमरे पर अपनी वहशत को क़ैद किया गया।

उसके बाद सोशल मीडिया पर उसी वीडियो को डालकर चैलेजिंग पोस्ट लिखी गई। धमकी भरे अल्फ़ाज़, "हिम्मत है तो केस कर, तुझे फिर से पीट देंगे..." जैसे जुमले इस बात का सुबूत हैं कि अब ये गैंग कानून को ठेंगे पर रखकर "अपने हिसाब" से इनसाफ़ करने पर आमादा है।

पटना पुलिस के लिए ये वाक़या एक बड़ी चुनौती बन चुका है। सूत्रों के मुताबिक़, वायरल वीडियो और पोस्ट के आधार पर कुछ लड़कियों की पहचान की गई है। पुलिस अब साइबर सेल की मदद से लोकेशन ट्रेस कर रही है। मगर सवाल यह है कि जब नाबालिग और युवा लड़कियां खुलेआम गैंग बनाकर किसी को भी पीट सकती हैं, उसका वीडियो बना सकती हैं और खुले मंच पर धमकी दे सकती हैं, तो फिर क़ानून का डर कहाँ ग़ायब हो गया है?

पड़ोसियों ने बताया कि पीटने वाली लड़कियाँ आए दिन "अपने मुद्दों" को अपने तरीक़े से हल करती हैं। कई बार मकान मालिक भी इनसे परेशान रहे हैं लेकिन कोई शिकायत नहीं करता डर के मारे।यह कोई फ़िल्मी सीन नहीं, यह पटना के हक़ीक़त की तस्वीर है। जहां अब न इश्क़ महफ़ूज़ है, न इज़्ज़त… और न इंसाफ़। लड़की हो या लड़का, जुर्म की ज़ुबान अब दोनों बोलने लगे हैं।

अब देखना यह है कि क़ानून इस गैंग की गर्दन तक पहुँचता है या फिर सोशल मीडिया पर धमकी के अल्फ़ाज ही इस दौर की इंसाफ़ बनकर रह जाएंगे।









कुलदीप भारद्वाज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट