Bihar Crime: इश्क का सौदा, मुहब्बत में अंधी हुई, ज़मीन लुटा बैठी...अब दर्द-ए-दास्ताँ लेकर पहुँची महिला आयोग

Bihar Crime: बिहार में इश्क़ के नाम पर जो ताजातरीन तमाशा सामने आया है, उसे देखकर खुद मोहब्बत भी शर्म से आंखें चुरा ले।

इश्क का सौदा- फोटो : social Media

Bihar Crime: बिहार में इश्क़ के नाम पर जो ताजातरीन तमाशा सामने आया है, उसे देखकर खुद मोहब्बत भी शर्म से आंखें चुरा ले। औरंगाबाद ज़िले की एक मोहतरमा ने ग्यारह साल तक अपने माशूक को अपना दिल ही नहीं, घर-द्वार, चूल्हा-चौका और आखिरकार ज़मीन तक सौंप दी। जनाब लीव-इन में रहकर इतने “लीगल” हो गए कि जमीन भी अपने नाम लिखवा ली और फिर अलविदा कहकर ऐसे ग़ायब हुए कि अब फेसबुक पर भी ऑनलाइन नहीं आते।

ग्यारह साल तक मुहब्बत की माला जपती रही और मजनूं साहब अंदर ही अंदर रजिस्ट्री की चाल चल रहे थे। इतना ही नहीं, जनाब ने जमीन बेच डाली जैसे मोहब्बत के बाजार में रजिस्टर करना कोई सेल ऑफर हो। अब जब मोहतरमा को होश आया तो पैरों तले से जमीन तो पहले ही खिसक चुकी थी, अब सीधे पटना में महिला आयोग का दरवाज़ा खटखटा रही हैं।

मंगलवार को आयोग ने मामले की सुनवाई की और प्रेमी के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश भी दे डाला। लेकिन जनाब तो अब “प्रेम नगर” से निकलकर “फरारपुर” के राजा बन चुके हैं।

सिर्फ यही नहीं, मंगलवार को महिला आयोग में बारह और भी मामलों की सुनवाई हुई। हर केस में एक ही कॉमन स्क्रिप्ट—शोषण, धोखा, उत्पीड़न और अंत में न्याय की उम्मीद। दहेज उत्पीड़न से लेकर यौन शोषण तक की फेहरिस्त लंबी थी। पहले ही दिन तीन मामले दहेज उत्पीड़न के सामने आए।

अब सवाल ये है कि क्या महिला की मोहब्बत का मज़ाक बनाना इतना आसान हो गया है? क्या लीव-इन रिलेशन का मतलब अब “लीव हर इन प्रॉब्लम” बन गया है?

बहरहाल,  अब देखना ये है कि न्याय की देवी आंखों से पट्टी हटाकर कब फैसला सुनाएगी और ऐसे "प्रेम वीरों" को उनका असली ठिकाना कब मिलेगा – अदालत या जेल।