Bihar Vidhansabha Election: असदुद्दीन ओवैसी का बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान, AIMIM इन सीटों उतारेगी उम्मीदवार, 3 मई को को होगा आगाज

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन औवेसी ने बड़ा दावा किया है. इस वर्ष होने वाले चुनाव में उनकी पार्टी ने पिछले चुनाव से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारने को लेकर बड़ा बयान दिया है.

Asaduddin Owaisi
Asaduddin Owaisi- फोटो : news4nation

Bihar Vidhansabha Election: बिहार चुनाव को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख और सांसद असदुद्दीन औवेसी ने बड़ा दावा किया है। ओवैसी ने कहा कि बिहार में वे सक्रिय रूप से लड़ेंगे, पहले से ज्यादा सीटें जीतेंगे। ओवैसी ने कहा कि हम बिहार चुनाव लड़ेंगे। हमने बहादुरगंज से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। 3 मई को बहादुरगंज में मेरी जनसभा है और 4 तारीख को दूसरी जगह पर। हम अच्छा लड़ेंगे और हमारे उम्मीदवार पिछली बार से भी ज़्यादा सफल होंगे और सीमांचल की जनता हमारे विधायकों को चुराने वालों को सबक सिखाएगी। 

बिहार के पिछले विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 18 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 5 पर जीत भी हासिल की थी।  इतना ही नहीं, कई सीटों पर आरजेडी के प्रत्याशियों की हार में भी ओवैसी के प्रत्याशियों को जिम्मेदार माना गया था। ऐसे में अब एक बार फिर से ओवैसी ने बिहार में अपनी ताकत दिखाने की तैयारी कर ली है. बिहार में हुई जातीय गणना के हिसाब से राज्य में मुस्लिम आबादी करीब 18 फीसदी है. विशेषकर सीमांचल के जिलों किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार आदि में मुस्लिम बहुल इलाके माने जाते हैं. किशनगंज में करीब 67 फीसदी मुस्लिम आबादी मानी जाती है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी असदुद्दीन औवेसी को इस इलाके में बड़ी सफलता मिली थी. 


जाति जनगणना पर भाजपा से सवाल

ओवैसी ने आगे कहा कि जाति जनगणना होनी चाहिए ताकि पता चल सके कि कौन सी जाति विकसित है और कौन सी जाति अविकसित है। देश में सकारात्मक कार्रवाई और न्याय के लिए यह बहुत ज़रूरी है, क्योंकि आपने ओबीसी का आरक्षण सिर्फ़ 27% पर रोक दिया है, यह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा से जानना चाहेंगे कि आप इसे कब शुरू करेंगे और कब तक पूरा करेंगे। इसकी रिपोर्ट 2029 के संसदीय चुनाव से पहले आएगी या नहीं?


कब पेश होगा डेटा 

ओवैसी ने कहा कि केरल में आरएसएस की बैठक हुई थी, उस बैठक में भी उन्होंने जाति जनगणना कराने की बात कही थी। हम जानना चाहते हैं कि सरकार जनगणना कब शुरू करेगी और कब पूरी होगी और इसका डेटा देश के सामने कब पेश किया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनगणना में जातिगत गणना को भी शामिल करने के केंद्र के फैसले का बुधवार को स्वागत करते हुए कहा कि इस निर्णय से देश में विकास को और गति मिलेगी। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र के फैसले को समाजवादियों और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की जीत बताया।

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