Bihar Vidhansabha Chunav 2025:बीजेपी का टिकट बम! 85 सीटों की लिस्ट तैयार, 41 पर लगी मुहर, 44 सीटों पर टिकट संकट में सिटिंग विधायक!
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के रण में बीजेपी ने अपने सियासी पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं।
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के रण में अब बीजेपी ने अपने सियासी पत्ते खोलना शुरू कर दिया है। पहले चरण के चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है, लेकिन उससे पहले ही बीजेपी की 85 सीटों की सूची फाइनल हो चुकी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हर सीट का पूरी तरह ब्योरा तैयार है कौन उम्मीदवार होगा, नॉमिनेशन में कौन नेता शामिल होंगे, और नॉमिनेशन के बाद की सभा में कौन स्टार प्रचारक मंच पर नजर आएगा।बीजेपी ने अपनी 85 सीटों में से 50 सीटिंग विधायकों को चुनावी तैयारी शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं।इनमें से कई को पहले ही पार्टी हाईकमान की मौखिक स्वीकृति मिल चुकी है।हर उम्मीदवार के नॉमिनेशन और सभा के कार्यक्रम का ‘ब्लूप्रिंट’ तैयार कर दिया गया है, ताकि आधिकारिक घोषणा के साथ ही मैदान में उतरने में देर न हो।
पार्टी का फोकस सीमा क्षेत्रों और उत्तर बिहार की सीटों पर ज़्यादा है, जहां 2020 में एनडीए को नुकसान झेलना पड़ा था।इस बार बीजेपी सीटों की संख्या कम होने के बावजूद अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में है।सूत्रों के मुताबिक, नॉमिनेशन में शामिल होने और रैली में उपस्थिति दर्ज कराने वाले नेताओं की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। नॉमिनेशन में सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, मंगल पांडे, राजीव प्रताप रूढ़ी, और दिलीप जायसवाल जैसे नेता शामिल रहेंगे।वहीं, रैलियों में अमित शाह, जेपी नड्डा, योगी आदित्यनाथ, राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, मनोज तिवारी, रवि किशन, और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ गठबंधन के चेहरे नीतीश कुमार, उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान और जीतनराम मांझी भी मंच साझा करेंगे।
जिन 41 नेताओं का टिकट पक्का माना जा रहा है, उनमें कई बड़े नाम शामिल हैं गोविंदगंज से सुनील मणि तिवारी, पिपरा से श्याम बाबू प्रसाद यादव, मोतिहारी से प्रमोद कुमार, ढाका से पवन जायसवाल, रीगा से मोतीलाल प्रसाद, लौरिया से विनय बिहारी, चनपटिया से उमाकांत सिंह, बेतिया से रेणु देवी, हरिसिद्धि से कृष्णनंदन पासवान और बेनीपट्टी से विनोद नारायण झा।बिहारशरीफ से सुनील कुमार, कटोरिया (एसटी) से निक्की हेम्ब्रम, रोसड़ा (एससी) से वीरेंद्र पासवान, बेगूसराय से कुंदन सिंह, और गोपालगंज से कुसुम देवी के नाम भी फाइनल सूची में हैं। दरभंगा से संजय सरावगी, कटिहार से तारकिशोर प्रसाद, पूर्णिया से विजय खेमका, बनमनखी से कृष्ण कुमार ऋषि, फारबिसगंज से विद्यासागर केसरी, और बिहपुर से कुमार शैलेंद्र जैसे नामों पर भी पार्टी ने मोहर लगा दी है।
बीजेपी के भीतर 44 सीटें ऐसी हैं जहां टिकट पर संशय बरकरार है। इनमें कई सिटिंग विधायक भी शामिल हैं, जिनके लिए अगला चुनाव ‘लास्ट चांस’ बन सकता है।सूत्रों के मुताबिक रामनगर (एससी) से भागीरथी देवी, बगहा से राम सिंह, नरकटियागंज से रश्मि वर्मा, रक्सौल से प्रमोद सिन्हा, सकरा से मिथलेश कुमार, नरपतगंज से जयप्रकाश यादव, सिकटी से विजय मंडल, कोढ़ा से कविता पासवान, और कहलगांव से पवन यादव जैसे नाम ‘रिस्क जोन’ में हैं।
राजधानी पटना की कई सीटों दीघा से संजीव चौरसिया, बांकीपुर से नितिन नवीन, और कुम्हरार से अरुण कुमार सिन्हा पर भी टिकट को लेकर पेंच फंसा हुआ है।इसी तरह पटना साहिब से नंदकिशोर यादव, आरा से अमरेंद्र प्रताप सिंह, विक्रम से सिद्धार्थ सौरभ, भभुआ से भरत बिंद, और गया टाउन से प्रेम कुमार के नामों पर भी पार्टी में ‘मंथन जारी’ है।
पार्टी की लिस्ट से साफ है कि बीजेपी इस बार “वफादारों और विजेताओं” पर भरोसा रख रही है, लेकिन परफॉर्मेंस रिपोर्ट कार्ड के आधार पर टिकट काटने से पीछे नहीं हटेगी।संगठन सूत्रों का कहना है कि 40 फीसदी नए चेहरों को मौका देने की तैयारी है, ताकि ‘युवा वोटर’ और ‘साइलेंट सपोर्ट बेस’ को साधा जा सके।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी की लिस्ट एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग के संकेत भी देती है।हालांकि, जेडीयू और लोजपा (रामविलास) के साथ बातचीत फाइनल दौर में है, लेकिन बीजेपी ने अपने कोटे की सीटों पर पूरी तैयारी कर ली है।“कौन कहां से लड़ेगा” का रोडमैप तैयार है, बस आधिकारिक ऐलान बाकी है।बिहार की राजनीति में जैसे-जैसे मतदान की तारीखें नज़दीक आ रही हैं, हर दल में टिकट की टेंशन और सियासी धड़कनें तेज़ होती जा रही हैं।बीजेपी की इस सूची से साफ है कि 2025 का चुनाव संगठन बनाम असंतोष की जंग बनने जा रहा है जहां हर सीट पर टिकट से ज्यादा बड़ा सवाल भरोसे का होगा।
नीतीश के बाद अब बीजेपी की बिसात भी तैयार है,अब देखना यह है कि किसकी चाल चलेगी दूर तक, और कौन मात खाएगा अपने ही घर में।