बिहार में बजने लगे चुनाव के नगाड़े! निर्वाचन आयोग ने 8 दलों को आवंटित किए चुनाव चिह्न, चुनाव आयोग की टीम तीन दिन तक करेगी बैठक
भारत निर्वाचन आयोग की एक नौ सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम पटना पहुंची। यह टीम अगले तीन दिनों तक प्रदेश के विभिन्न प्रमंडलीय मुख्यालयों में बैठकों का सिलसिला जारी रखेगी, जिसमें चुनाव की तैयारियों की सूक्ष्म समीक्षा की जाएगी।
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार की धरती एक बार फिर लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व विधानसभा चुनाव की ओर अग्रसर हो चली है। वर्षांत में संभावित चुनावों की आहट ने राजनीतिक दलों से लेकर प्रशासनिक तंत्र तक को सतर्क कर दिया है। इसी संदर्भ में बुधवार की संध्या को भारत निर्वाचन आयोग की एक नौ सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम पटना पहुंची। यह टीम अगले तीन दिनों तक प्रदेश के विभिन्न प्रमंडलीय मुख्यालयों में बैठकों का सिलसिला जारी रखेगी, जिसमें चुनाव की तैयारियों की सूक्ष्म समीक्षा की जाएगी।
गुरुवार को पटना में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद कुमार गुंजियाल की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आहूत की गई, जिसमें सभी प्रमंडलों के आयुक्त, जिलों के डीएम तथा जिला निर्वाचन पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। शुक्रवार को यह कवायद और भी व्यापक रूप धारण करेगी जब पूरे राज्य को चार भागों में विभाजित कर चुनाव अधिकारियों एवं सहायक निर्वाचन पदाधिकारियों का प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जाएगा।
चुनाव आयोग की इस सक्रियता से स्पष्ट है कि प्रशासनिक स्तर पर निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव संपन्न कराने के लिए बारीकी से योजना बनाई जा रही है। वहीं, राजनीतिक क्षितिज पर भी हलचल तेज हो गई है। आयोग ने राज्य के आठ राजनीतिक दलों को नए सिरे से चुनाव चिह्न आवंटित कर उन्हें आगामी चुनावी समर में उतरने का संकेत दे दिया है। सांसद उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को ‘गैस सिलेंडर’, प्रशांत किशोर की जनसुराज को ‘स्कूल बैग’ और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी को ‘नाविक और पाल सहित नाव’ चुनाव चिह्न के रूप में प्राप्त हुआ है। बिहार का सियासी परिदृश्य अब करवट लेने को आतुर है। प्रशासनिक तैयारियों और राजनीतिक मंथन के बीच लोकतंत्र का यह अगला अध्याय भी ऐतिहासिक होने की पूर्ण संभावना रखता है।