Bihar Vidhansabha Chunav 2025: महागठबंधन का बड़ा फेरबदल, तेजस्वी यादव ने वर्तमान विधायक का टिकट काटा, कौशल-पूर्णिमा यादव को मिली जंग की बागडोर

तेजस्वी यादव ने वर्तमान विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरे को मैदान में उतारने का साहसिक फैसला लिया है। पूर्व विधायक कौशल यादव और उनकी पत्नी पूर्णिमा यादव को क्रमशः नवादा और गोविंदपुर विधानसभा सीट से टिकट मिला है.....

महागठबंधन का बड़ा फेरबदल- फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: नवादा की सियासत में आज महागठबंधन ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर राजनीतिक तहलका मचा दिया है। इस बार के ऐलान में तेजस्वी यादव ने वर्तमान विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरे को मैदान में उतारने का साहसिक फैसला लिया है। पूर्व विधायक कौशल यादव और उनकी पत्नी पूर्णिमा यादव को क्रमशः नवादा और गोविंदपुर विधानसभा सीट से टिकट मिला है, जबकि गोविंदपुर के वर्तमान विधायक मोहम्मद कामरान का टिकट जनता की नाराजगी और शिकायतों के चलते काट दिया गया।

महागठबंधन के रणनीतिक फैसले के अनुसार, नवादा से मैदान में उतरे कौशल यादव, जो बाहुबली नेता के रूप में जाने जाते हैं, सीधे मुकाबले में राजवल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी और डॉक्टर अनुज कुमार जैसे तीसरे मोर्चे के उम्मीदवारों से टकराएंगे। उनके साथ ही उनकी सहयोगी पिंकी भारती को रजौली विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ने का मौका मिला है।

गोविंदपुर की पूर्व विधायक पूर्णिमा यादव को टिकट देने का निर्णय भी रणनीतिक नजर आता है। उनका चुनावी अनुभव और स्थानीय जनाधार इस सीट पर महागठबंधन की पकड़ को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। वहीं, वर्तमान विधायक मोहम्मद कामरान के टिकट काटने का निर्णय जनता से मिली लगातार शिकायतों और क्षेत्र में उनकी कम सक्रियता के कारण लिया गया।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि तेजस्वी यादव की यह चाल महागठबंधन के अंदर से भी नए और भरोसेमंद नेताओं को आगे लाने की नीति का हिस्सा है। यह कदम नवादा में गठबंधन की पकड़ को मज़बूत करने के साथ-साथ जनता में संदेश देने के उद्देश्य से लिया गया है कि केवल पद और नाम नहीं, बल्कि जनता की सेवा और सक्रियता ही प्राथमिकता है।

आज नामांकन का आखिरी दिन है और महागठबंधन के सभी प्रत्याशी अपने पर्चे दाखिल कर चुनावी रणभूमि में उतरेंगे। नवादा के इस सियासी फेरबदल से न केवल स्थानीय समीकरण बदलेंगे, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन की रणनीति और उम्मीदवार चयन की गंभीरता भी उजागर होगी।

रिपोर्ट- अमन कुमार