पशुपति पारस की राजद संग डील पक्की ! बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तय किया सीट शेयरिंग का फार्मूला, नीतीश पर बरसे

बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर पशुपति पारस ने बड़ी घोषणा की है. राजद संग सीट शेयरिंग का फार्मूला तय होने की बातें करते हुए उन्होंने इसे लेकर कई अहम संकेत दिए हैं.

Pashupati Paras- फोटो : news4nation

Pshupati Paras: बिहार विधानसभा चुनाव में पशुपति पारस की पार्टी कितनों सीटों पर मैदान में उतरेगी इसका फैसला इसी सप्ताह होगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री आरएलजेपी प्रमुख पशुपति पारस ने गुरुवार को पटना में अपने पार्टी नेताओं के साथ प्रेस कांफ्रेंस में बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि वे पहले ही एनडीए से बाहर हो चुके हैं. वहीं इंडिया गठबंधन की जीत का दावा करते हुए कहा कि राजद के साथ उनकी पार्टी का सीटों का समझौता बिहार के हित के लिए होगा. 


आरएलजेपी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने कोई शर्त नहीं रखी है. लालू यादव और तेजस्वी यादव के साथ इसी सप्ताह बैठक होगी जिसमें बिहार के हित को लेकर फैसला लिया जाएगा. बिना किसी शर्त पर आरएलजेपी सीटों का इंडिया गठबंधन में समझौता करेगा. उन्होंने कहा कि लालू यादव के साथ उनका 1977 से रिश्ता है. इसलिए उनका एक मात्र सपना सत्ता परिवर्तन है. 


मतदाता सूची पुनरीक्षण पर बरसे 

बिहार में शुरू हुए मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को एक बड़ी साजिश करार देते हुए पशुपति ने कहा कि यह दलित और गरीबों का मताधिकार छीनने का प्रयास है. मतदाताओं को अपनी पहचान साबित करने के लिए जो दस्तावेज मांगे गए हैं वह गरीबों के पास नहीं है. उन्होंने कहा कि वे इसके खिलाफ गांव-गांव आंदोलन करेंगे. साथ ही इस मतदाता विरोधी नियम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे. 

एनडीए की हार तय 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बरसते हुए पशुपति पारस ने कहा कि एनडीए की हार तय है. नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि जदयू में चुनाव बाद बड़ा खेला होगा. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले एनडीए ने हार मान लिया है. यही कारण है कि एनडीए के घटक दलों और उनके नेताओं में एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी हो रही है. शायद उनका इशारा चिराग पासवान और जीतन राम मांझी के बीच हुए तंज से रहा. 


रामविलास पासवान की मनेगी जयंती

5 जुलाई को पार्टी के संस्थापक पद्मभूषण रामविलास पासवान की 79वीं जयंती राज्य कार्यालय में मनाई जाएगी. एनडीए से नाता तोड़ चुके पारस महागठबंधन के सभी शीर्ष नेताओं को इस समारोह में आमंत्रित कर रहे हैं. साथ ही जयंती समारोह के बाद पार्टी नेताओं के साथ मंथन कर पारस बिहार चुनाव को लेकर अपना रुख तय करेंगे. प्रेस वार्ता में प्रिंस पासवान, सूरजभान सिंह, चंदन सिंह, श्रवण कुमार अग्रवाल आदि मौजूद रहे.