भारत में ठग बेहराम का था आतंक, 900 लोगों को उतारा मौत के घाट, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज नाम

भारत में ठग बेहराम  का था आतंक, 900 लोगों को उतारा मौत के घाट, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज नाम

Most dangerous serial killer: भारत के इतिहास में कुख्यात अपराधियों की कई कहानियां हैं, लेकिन एक नाम ऐसा भी है जिसने सीरियल किलिंग की परिभाषा ही बदल दी। यह नाम है ठग बेहराम (ठग बेहराम), जिसे ठग बेहराम के नाम से भी जाना जाता है।

ठग बेहराम  का आतंक

ठग बेहराम का आतंक 1790 से 1840 के बीच अपने चरम पर था। वह न केवल आम लोगों के लिए खतरनाक था बल्कि ब्रिटिश सरकार के ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों को भी डराता था। ठग बेहराम का तरीका बहुत सरल था लेकिन उतना ही खतरनाक भी। वह और उसके साथी व्यापारियों, सैनिकों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों जैसे आम लोगों से मिलते-जुलते रहते थे। यह गैंग पूरी योजना बनाकर अपने शिकार के अकेले होने का इंतजार करता था और फिर एक खास रुमाल से उनका गला घोंट देता था। इसने अपने जीवन में कुल 900 मर्डर किया थ।

ठगों का गिरोह और उनकी रणनीति

ठग बेहराम अकेला नहीं था, बल्कि वह ठगों के एक बड़े गिरोह का हिस्सा था। ये ठग अपना भेष बदलकर व्यापारियों और यात्रियों से मिलते-जुलते थे। जब उनका शिकार सुरक्षित महसूस करता और उनके साथ चलने लगता तो ये ठग मौका पाते ही उसे मार देते और उसका सारा सामान लूट लेते। यह गैंग दिल्ली से लेकर ग्वालियर, झांसी और जबलपुर तक के इलाकों में एक्टिव था।

ठग बेहराम का खतरा

ठग बेहराम की क्रूरता इतनी बढ़ गई थी कि लोग उन सड़कों पर यात्रा करने से डरते थे। जहां से बेहराम और उसके गुंडों के एक्टिव होने की खबरें आती थीं। इन क्षेत्रों में व्यापारियों, सैनिकों, पर्यटकों और तीर्थयात्रियों का आना लगभग बंद हो गया था। उनकी हत्याओं का पैटर्न ऐसा था कि पुलिस न तो शव ढूंढ पाई और न ही अपराधी के बारे में कोई सुराग पा सकी। इसलिए ठग बेहराम का नाम उसकी हत्याओं के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।

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