एयर फ्रायर के इस्तेमाल से हो सकता है नुकसान, जानें कैंसर के जोखिम के बारे में..
अगर आप भी एयर फ्रायर का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। क्या एयर फ्रायर से कैंसर का खतरा है? जानिए इस बारे में एक्सपर्ट्स की राय।
आजकल एयर फ्रायर का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है, क्योंकि यह तला हुआ भोजन बनाने का एक हेल्दी विकल्प माना जाता है। एयर फ्रायर में कम तेल का इस्तेमाल करके फ्राइड फूड्स बनाए जाते हैं, जिससे कैलोरी भी कम होती है और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। हालांकि, हाल ही में इस उपकरण के इस्तेमाल और कैंसर के जोखिम पर सवाल उठने लगे हैं। क्या एयर फ्रायर सचमुच कैंसर का कारण बन सकता है? आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
एयर फ्रायर कैसे काम करता है?
एयर फ्रायर एक किचन उपकरण है, जो गर्म हवा का इस्तेमाल करके भोजन को तला जाता है। इसमें तेल का बहुत कम या बिलकुल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता। यह तले हुए खाने की प्रक्रिया को कम कैलोरी और कम वसा के साथ पुनः उत्पन्न करता है, जिससे इसे एक हेल्दी विकल्प माना जाता है। हालांकि, क्या यह सेफ है, इसके बारे में विशेषज्ञों के बीच अलग-अलग राय है।
क्या एयर फ्रायर से कैंसर हो सकता है?
एयर फ्रायर और कैंसर के बीच संबंध को लेकर कुछ विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है। फिटनेस कोच प्रियांक मेहता ने अपने इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि एयर फ्रायर का कैंसर से संबंध मुख्य रूप से एक रसायन "एक्रिलामाइड" से जुड़ा हुआ है। जब किसी भी भोजन को 120 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर पकाया जाता है, तो यह रसायन बन सकता है, जो कि कैंसर जनक हो सकता है। यह रसायन विशेष रूप से आलू जैसे स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थों में उत्पन्न होता है।
क्या एयर फ्रायर में इस्तेमाल की जाने वाली कोटिंग से भी कैंसर हो सकता है?
इसके अतिरिक्त, कुछ एयर फ्रायर में नॉन-स्टिक कोटिंग का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें PFOA और PFOS जैसे रसायन हो सकते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। हालांकि, अब अधिकांश एयर फ्रायर्स में टेफ्लॉन जैसी सुरक्षित कोटिंग का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें हानिकारक रसायन शामिल नहीं होते। इसलिए, एयर फ्रायर का उपयोग अब सुरक्षित माना जाता है, बशर्ते सही कोटिंग वाले उत्पाद का चयन किया जाए।
फ्राइड फूड्स में भी बनता है एक्रिलामाइड
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि एयर फ्रायर के अलावा, डीप-फ्राई किए गए खाने में भी एक्रिलामाइड का निर्माण होता है। दरअसल, किसी भी उच्च तापमान पर पकाए गए भोजन में अगर उसे जलाया जाए या अधिक गरम किया जाए, तो यह रसायन बन सकता है। इस रसायन की उपस्थिति न केवल एयर फ्रायर में, बल्कि बेकिंग और अन्य पकाने की विधियों में भी देखी जा सकती है।
क्या एयर फ्रायर का उपयोग सुरक्षित है?
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि एयर फ्रायर का उपयोग यदि सही तरीके से किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है। यह तले हुए खाने का एक बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि भोजन को उच्च तापमान पर न पकाएं और कोटिंग का ध्यान रखें। अगर आप एयर फ्रायर का सही तरीके से उपयोग करते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेगा।
निष्कर्ष
एयर फ्रायर का इस्तेमाल स्वस्थ भोजन बनाने के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, लेकिन इसके साथ जुड़े जोखिमों के बारे में जानना जरूरी है। अगर आप इसे सही तरीके से उपयोग करें और उचित तापमान पर पकाएं, तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित रहेगा। हमेशा यह सुनिश्चित करें कि आप सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले एयर फ्रायर का ही चुनाव करें।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी चिकित्सा से संबंधित जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।