Jharkhand Vidhansabha Election: चुनाव आयोग की मदद से मतदाता सूची में गड़बड़ी की कोशिश! मोदी सरकार और भाजपा पर विपक्ष का सबसे गंभीर आरोप
झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में विसंगतियां होने का दावा किया गया है. केंद्र सरकार और एनडीए पर यह गंभीर आरोप रविवार को शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने लगाया है. हालांकि उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद हम विधानसभा चुनाव ज
Jharkhand Vidhansabha Election: झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले विपक्ष की ओर से रविवार को बड़ा आरोप लगाया गया है. इसमें मतदाता सूची में विसंगतियां होने का दावा किया गया है. यह आरोप शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने लगाया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड में मतदाता सूची में विसंगतियां हैं . उन्होंने दावा किया कि ऐसी ही कोशिश हरियाणा में भी हुई थी. बावजूद इसके हमने उन्हें (एनडीए) लोकसभा में हराया और वे विधानसभा चुनाव में भी हार रहे हैं।
संजय राउत ने कथित दावा और आरोप में कहा कि वे चुनाव आयोग की मदद से मतदाता सूची में गड़बड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं. भाजपा लगभग 150 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है और वे उन लोगों को ढूंढ रहे हैं जिन्होंने एमवीए को वोट दिया है और उनके नाम फर्जी मतदाताओं के साथ बदल रहे हैं. हम इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाएंगे और लोगों को बताएंगे कि देश में क्या हो रहा है. मोदी सरकार पर हलावर होते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव में मतदाता सूची में विसंगतियों को बढ़ावा देना बेहद अनुचित है.
दरअसल, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चुनाव के कुछ ही सप्ताह बाद नवंबर में महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस तथा संबंधित क्षेत्रीय दलों की क्षमता का परीक्षण करेंगे. राज्यों में तीन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों और 48 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों की भी घोषणा की गई है. इससे इन तमाम जगहों पर अपने बेहतर प्रदर्शन को लेकर जहां भाजपा और एनडीए की ओर से अभी से दावा किया जा रहा है. वहीं अब संजय राउत ने गंभीर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग की मदद से मतदाता सूची में गड़बड़ी करने की कोशिश का दावा कर दिया है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवम्बर को होंगे. वहीं मतों की गिनती 23 नवम्बर को होगी. पहले चरण के मतदान को लेकर झारखंड में नामांकन की प्रक्रिया भी चालू है. इन सबके बीच चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने का दावा किया है. वहीं शिवसेना के ताजा आरोपों ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. हालंकि चुनाव आयोग की ओर से फ़िलहाल इस पर कोई जवाब नहीं आया है.