Patna News: प्रकाश पर्व आज, पटना में बदली रहेगी यातायात व्यवस्था, घर से निकलने से पहले जान लें पूरा रुट
श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के 359वें प्रकाशोत्सव आज धूम धाम से मनाया जा रहा है। प्रकाश पर्व को लेकर पटना सिटी और अशोक राजपथ क्षेत्र में यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। यह व्यवस्था 28 दिसंबर तक प्रभावी रहेगी। इस दौरान पटना सिटी में सोमवार तक व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी। बीते दिन सीएम नीतीश ने भी प्रकाश पर्व की तैयारियों का जायजा लिया था। आज धूम धाम से पटना सिटी में स्थिति गुरुद्वारा(पटना साहिब) में प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। इसको लेकर ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया है।
इन रुटों पर परिचालन बंद
प्रशासन के अनुसार, दीदारगंज की ओर से कोई भी ट्रक या ट्रैक्टर अशोक राजपथ में पश्चिम दिशा की ओर प्रवेश नहीं करेगा। सभी भारी वाहन न्यू बाईपास होकर संचालित होंगे। हालांकि बाजार समिति में आवश्यक सामग्री लेकर आने वाले वाहनों को रात्रि दो बजे से सुबह चार बजे तक प्रवेश की अनुमति दी गई है। इसके अलावा कई मार्गों पर आंशिक और पूर्ण प्रतिबंध के साथ डायवर्जन लागू रहेगा।
अशोक राजपथ पर ऑटो का परिचालन रहेगा बंद
27 दिसंबर की सुबह छह बजे तक अशोक राजपथ में गायघाट से पूरब दरवाजा तक ऑटो और छोटे व्यावसायिक वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद रहेगा। इस दौरान ऐसे वाहन गायघाट से डंका इमली, नवाब बहादुर रोड, सुदर्शन पथ, तुलसी मंडी और अगमकुआं आरओबी होते हुए पटना साहिब जाएंगे। वापसी भी इसी मार्ग से होगी।
28 दिसंबर तक रहेगा लागू
28 दिसंबर की सुबह छह बजे तक पश्चिम दरवाजा से पूरब दरवाजा तक सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर रोक रहेगी। पूरब की ओर से आने वाले वाहनों को पूरब दरवाजा के पास मोर्चा रोड की ओर मोड़ दिया जाएगा। वहीं गायघाट से पश्चिम दरवाजा के बीच वाहनों का परिचालन सामान्य रूप से जारी रहेगा।
पार्किंग की व्यवस्था
प्रशासन ने वाहनों की पार्किंग के लिए बाजार समिति, दीदारगंज, मंगल तालाब चौक थाना और कंगनघाट चौक थाना को चिन्हित किया है। किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में पीएमसीएच जाने के लिए कंगनघाट से जेपी गंगा पथ होते हुए पहुंचा जा सकता है। वहीं एनएमसीएच के लिए गायघाट से डंका इमली मार्ग का उपयोग किया जाएगा। प्रशासन ने लोगों से यातायात नियमों का पालन करने और निर्धारित मार्गों का उपयोग करने की अपील की है, ताकि प्रकाशोत्सव के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो।