लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा ने किया जद-एस से बड़ा समझौता ! दोनों लड़ेंगे साथ में चुनाव तो बीजेपी अपनी जीती सीटें छोड़ेगी
DESK. देश में लोकसभा चुनाव होने से भले ही अभी काफी समय शेष है. लेकिन अभी से सत्ताधारी एनडीए और विपक्षी गठबंधन इंडिया अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं. भाजपा ने इसी क्रम में एक बड़ा समझौता जद-एस से किया है. लोकसभा चुनाव में दोनों दलों के एक साथ चुनाव लड़ने की स्थिति में भाजपा ने अपने खाते की 4 सीटों को छोड़ने का मन भी बना लिया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येद्दियुरप्पा ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए जेडीएस को चार सीटें देने पर सहमति जता दी है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने इशके लिए हामी भर दी है. यानी कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में से अपनी जीती सीटों को भाजपा जद-एस के लिए छोड़ सकती है. राज्य में 28 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा 25 सीटें भाजपा के पास हैं. वहीं अगले चुनाव में वह जद-एस को अपनी जीती सीटें देने पर सहमत है.
भाजपा के इस समझौते के पीछे बड़ा कारण कर्नाटक में आए हालिया विधानसभा चुनाव और विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की ताकत को माना जा रहा है. हाल के विधानसभा चुनावों में बीजेपी का वोट शेयर 36 फीसदी और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस का 14 फीसदी था, लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में अकेले बीजेपी को 52 फीसदी वोट मिले थे. वोट प्रतिशत कम होने के कारण भाजपा को न सिर्फ राज्य में सत्ता गंवानी पड़ी बल्कि कांग्रेस ने यहां एक बड़ी जीत हासिल कर दक्षिण भारत के एक मात्र राज्य की सत्ता से बीजेपी को हटा दिया.
ऐसे में इससे न सिर्फ भाजपा बल्कि जद-एस को भी झटका लगा. इससे सबक लेते हुए अब भाजपा और जद-एस दोनों ने खुद को एक साथ लाने की पहल की है. इसका मकसद अगल लोकसभा चुनाव में दोनों दल कर्नाटक में सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करना चाहती है. इसके लिए अभी से दोनों ने साथ आने की तैयारी की है. इसके तहत भाजपा 24 और जद-एस 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.