विधानसभा अध्यक्ष के इस्तीफे को लेकर राजद के 'थेथरोलॉजी' वाले बयान पर भड़के पूर्व मंत्री, नियमावली पढ़ने की दी सलाह

PATNA : बिहार विधानमंडल में बुधवार को दो दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है। जिसमें नए विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद के सभापति का चुनाव होना है। लेकिन सत्र की बैठक शुरू होने से पहले अब तक विस अध्यक्ष के पद से विजय कुमार सिन्हा ने अपना इस्तीफा नहीं सौंपा है। जिसके कारण राजद की तरफ से लगातार उन पर हमला किया है। भाजपा को थेथरोलॉजी में पीएचडी करनेवाला बता दिया गया। जिसका अब भाजपा की तरफ के करारा जवाब दिया गया है।
भाजपा की तरफ से बात करते हुए पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि राजद के लोगों को सबसे विधानसभा के नियमावली का अध्ययन करने की जरुरत है। जिसमें स्पष्ट लिखा गया है कि अगर विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है तो जब तक उस पर चर्चा नहीं होती है, तब तक वह अपने पद पर बना रह सकता है। नियम के अनुसार यह चर्चा तभी संभव है, जब सदन की बैठक बुलाई जाए और उसमें विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग हो। अगर विजय कुमार सिन्हा को कम वोट मिलेंगे तो वह खुब ब खुद पद से हट जाएंगे। लेकिन जब तक वोटिंग नहीं होती है, उन्हें पद से हटाया नहीं जा सकता है।
बता दें राजद और जदयू की सरकार बनते ही विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा पर लगातार इस बात का दबाव दिया जा रहा है कि वह अपने पद से इस्तीफा दें दे। ताकि उनकी जगह किसी दूसरे को इस पद पर निर्विरोध निर्वाचित किया जाए। लेकिन विजय सिन्हा ने साफ कर दिया है कि विधानसभा के सत्र आरंभ होने तक अपना इस्तीफा नहीं सौंपेंगे। बिहार विधानमंडल का विशेष सत्र आगामी 25-25 अगस्त को बुलाया गया है।