जदयू के तीन दिवसीय प्रशिक्षण की आज से हुई शुरुआत, आरसीपी बोले, घर घर तक प्रैक्टिकल सोशलिज्म को पहुंचाया जाएगा

PATNA : बिहार जदयू के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर की आज से शुरुआत हो गयी है. यह शिविर 20 फरवरी से 22 फरवरी तक जदयू के प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में किया जा रहा है. आज के प्रशिक्षण शिविर में सभी जिलाध्यक्ष, लोकसभा प्रभारी और मुख्य जिला प्रवक्ता शामिल हुए हैं. इस प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, राज्यसभा सदस्य एवं प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधान पार्षद प्रो. रामवचन राय, प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील कुमार और जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप समेत विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ और क्षेत्रीय प्रभारीगण उपस्थित है. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को समय समय पर धारदार और मजबूत बनाने के लिए ऐसे कार्यक्रम की जरुरत है. उन्होंने कहा की जनता दल यू के प्रशिक्षण शिविर से पार्टी नेताओं में नई सोच लाएंगे. पार्टी को और धारदार बनाया जाएगा. उन्होंने कहा की पार्टी को असरदार बनाया जाएगा. संगठन के साथी को उत्साहित किया जाएगा. उनके मनोबल को ऊंचा बनाया जाएगा. यही प्रशिक्षण का उद्देश्य है. उन्होंने कहा की इस प्रशिक्षण शिविर में वे तमाम लोग हैं जो जिलाध्यक्ष और अधिकारी हैं. इन लोगों को हम जो बताएंगे. उनको पहले से जानकारी है. लेकिन हमारी जानकारी उनकी जानकारी को बढ़ाएगी. यहां की सीख गाँव मे जाकर लोगों को शिक्षिति करेंगे.
सोशल मीडिया का प्रशिक्षण
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा की सोशल मीडिया का एक अलग सब्जेक्ट है. मीडिया प्रभारियों को सोशल मीडिया की जानकारी दी जाएगी. आज के दौर में सोशल मीडिया का बड़ा महत्व है. सोशल मीडिया के अच्छे पहलू को बताया जाएगा. लोगों से अनुरोध करेंगे कि सोशल मीडिया का बेहतर उपयोग करें. यह सामाजिक सद्भाव,आपसी सौहार्द्र को बनाने में काम आएगा. सोशल मीडिया यही तक काम नहीं आएगा. बल्कि हमारे नेता नीतीश कुमार के काम को प्रसार और प्रचारित करेंगे.
जदयू का व्यवहारिक समाजवाद है
उन्होंने कहा की विचारधारा की लड़ाई है. वह रहेगी और यह जरूरी भी हैं. इस विचारधारा से 100% सहमत हो सकते हैं. समाजवादी जो हम मानते हैं वह है व्यवहारिक समाजवाद. प्रैक्टिकल सोशलिज्म सबका साथ मानता है. गैर बराबरी सोच खत्म करेगा. समाजवाद की परिवर्तन हो सकता है. अलग-अलग मुद्दे हो सकते हैं. गैर बराबरी की सोच को खत्म करना आज का शिक्षण का मुख्य विषय है. समाजवाद के व्यवहारिक ज्ञान पर बात होगी. आपस में चर्चा करेंगे. विमर्श करेंगे. समाजवाद के सिद्धांत को समझना होगा. सिद्धांत को समझने के बाद उसे व्यवहारिकता में लाना है. जदयू का व्यवहारिक समाजवाद है. व्यवहारिक समाजवादी पार्टी को आगे ले जाएगा. हमारे पुरोधा जैसे लोहिया,कर्पूरी की सोच को जमीन पर उतारा जा रहा है. घर घर तक प्रैक्टिकल सोशलिज्म को पहुंचाया जाएगा.
पटना से वंदना शर्मा की रिपोर्ट