जेडीयू- बीजेपी अध्यक्षों की मिट्टी पलीद! मुंगेर में न ललन सिंह कैंडिडेट को जीता सके और न 'चंपारण' में संजय जायसवाल

पटनाः बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर हुए चुनाव के परिणाम आ गये है। इस परिणाम ने बड़े-बड़े धुरंधरों को चारो खाने चित्त कर दिया है। सबसे अधिक झटका तो जेडीयू और बीजेपी के अध्यक्ष को लगा है। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अपने संसदीय क्षेत्र के कैंडिडेट को जीताने में विफल रहे। वही हाल भाजपा की रही। बीजेपी के प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल भी अपने संसदीय क्षेत्र की दोनों सीट गठबंधन की झोली में देने में विफल साबित हुए।

मुंगेर में मिट्टी पलीद 

ललन सिंह अपने संसदीय क्षेत्र मुंगरे से जेडीयू प्रत्याशी संजय प्रसाद की जीत को लेकर खूब पसीना बहाया था। कई दिनों तक मुंगेर क्षेत्र में रहकर रणनीति बनाई। लेकिन वो काम नहीं आया। सारी रणनीति धरी की धऱी रह गई और कैंडिडेट चारो खाने चित्त हो गया। मुंगेर सीट पर ललन सिंह के धूर विरोधी राजद उम्मीदवार अजय कुमार सिंह चुनाव जीत गये। सत्ताधारी गठबंधन के प्रत्याशी संजय प्रसाद की करारी हार हो गई। वहीं बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल की भी भारी दुर्गति हुई। न सिर्फ संजय जायसवाल बल्कि डिप्टी सीएम रेणू देवी की भी। ये नेता अपने गृह जिला व संसदीय क्षेत्र के जेडीयू व बीजेपी प्रत्याशी को जीत दिलाने में विफल रहे। 

चंपारण में साफ

संजय जायसवाल पश्चिम चंपारण से सांसद हैं। इस सीट पर इस बार जेडीयू कैंडिडेट राजेश राम चुनाव लड़ रहे थे। लेकिन जीत की बात छोड़िए वो तो लड़ाई में भी नहीं रहे। वे तीसरे नंबर पर चले गये। वहीं संजय जायसवाल के संसदीय क्षेत्र का तीन विधानसभा पूर्वीचंपारण जिले में आता है। पूर्वी चंपारण सीट भी बीजेपी बचान में विफल रही। यहां से बाजपा कैंडिडेट बबलू गुप्ता भी तीसरे नंबर पर चले गये। यहां लड़ाई राजद व निर्दलीय प्रत्याशी में रही। यानी दोनों चंपारण से एनडीए गठबंधन साफ हो गया है।