कोसी ने मचाई तबाही! 24 घंटे में नदी में विलीन हो गया 30 परिवारों का आशियाना, आधी रात को गर्दन भर पानी में जुझते रहे ग्रामीण
SUPAUL : बिहार में कोसी नदी ने एक बार फिर से तबाही मचाना शुरू कर दिया है। स्थिति यह है कि पिछले 24 घंटे में एक ही इलाके के 30 परिवारों का घर नदी में समाहित हो गया। जिसके बाद इस परिवारों के पास अब कोई ठिकाना नहीं है। मजबूरी में अब पलायन करने को मजबूर हैं। उनके चेहरों पर नदी का दहशत देखा जा सकता है।
नदी में घरों की समाने की यह पूरी घटना जिले के कुशुनपुर प्रखंड की बताई जा रही है। मौजहा पंचायत के वार्ड 8 में 24 घंटे के भीतर 30 घर कटकर कोसी नदी में विलीन हो गए हैं। कटाव की तेज धार में सुरेश यादव,चन्देश्वरी यादव,बचकेन यादव, जोगी महतो, वासुदेंव सदा,मदन सदा, रमेश सदा, राम महतो,मशहरू महतो सहित दो दर्जन लोगों के 30 घरों का नामोनिशान मिट गया है। कटाव की तेज रफ्तार देखकर लोगों के सामने अपनी जान बचाने की मुश्किल खड़ी हो गई है।
नाव डूबी, तैरकर बचाई अपनी जान
बताया गया कि मंगलवार रात कोसी नदी के आक्रमक रूप देखकर लोग भयभीत हो गए। इसी दौरान बुधवार सुबह कटाव स्थल से विस्थापित परिवार सामान लादकर निकलने लगे। उनकी नाव भी कोसी के तेज धारा में डूबगई। गनीमत रही कि नाव पर सवार दो लोग तैरकर किसी तरह बाहर निकल गए। कोसी नदी में डूबी नाव का कोई पता नहीं चल पाया है।
गर्दन भर पानी में खुद को बचाने की लड़ाई
कटाव स्थल से पीड़ित परिवार घरों से सामान निकालकर नाव के अभाव में गर्दन भर पानी में पैदल ही अपनी जान जोखिम में डालकर बाहर निकल रहे हैं। घर से निकल कर खुले आसमान के नीचे लोगों ने रात बिताई। 16 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित परिवार को देखने तक नहीं पहुंचे। इससे लोगों में गुस्सा भी है।
चार मुख्य सड़कें भी नदीं में समाई
बताया जा रहा है कि मौजहा दुबियाही मुख्य सड़क चार जगह पर कोसी नदी में कटकर ध्वस्त हो गई है। जहां आवागमन की समस्या से लोग परेशान हैं। कमर भर पानी में अपनी जान जोखी में डालकर गंतव्य स्थान तक जाना पड़ रहा है।