महादलित विकास मिशन घोटाला : IAS रवि भाई मनु परमार की बढ़ी मुश्किलें, एक और गवाह ने दर्ज कराया बयान

PATNA : बिहार महादलित विकास मिशन घोटाला मामले में वरिष्ठ आईएएस रवि मनु भाई परमार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। इस मामले में एक और गवाह में बयान दर्ज कराया है। 

समंवयक के पद पर कार्यरत रहे शिशि भूषण सिंह नामक इस गवाह ने अपने बयान में कहा है कि बिहार महादलि विकास मिशन में महादलित छात्र-छात्राओं को कम्प्यूटर प्रशिक्षण देना था, जिसके लिए श्री राम होरिजोर नामक एनजीओ को निविदा के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया था। 

गवाह ने अपने लिखित बयान में कहा है कि कुछ समय बाद तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी के पद रहे रवि भाई मनु परमार ने बिना निविदा निकाले ही IIIM नामक एनजीओ को परीक्षा और प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए चयनित कर लिया। 

शशिभूषण ने कहा है कि सरकार द्वारा महादलित विकास मिशन में प्रशासनिक दृष्टिकोण से मेरी नियुक्ति अधिसूचित की गई थी। इसके बावजूद भी मुझसे संचिका बढ़वाया जाता था। जब मै इससे इनकार करता था तो मुझे काफी जलील किया जाता था और डांट-फटकार कर जबरन संचिका बढ़वाकर भुगतान की प्रक्रिया की गई। 

उसने कहा है कि IIIM को 2.24 करोड़ और SRI RAM HORIZON को 24 लाख रुपये का भुगतान किया गया। इस मामले में मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं और सारे भुगतान मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा किया गया।

कुंदन की रिपोर्ट