कोटा में नीट के छात्र ने की आत्महत्या, खाना खाकर अपने कमरे में गया और पंखे से फंदा लगाकर झूल गया
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DESK : देश की कोचिंग सिटी कोटा में फिर एक बार एक एक छात्र ने अपने होस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हरियाणा के रहनेवाले छात्र की पहचान सुमित पांचाल के रूप में की गई है। वहीं छात्र की मौत की खबर के बाद कोटा पहुंचे परिजनों ने इसे आत्महत्या नहीं हत्या करार दिया है।
छात्र सुमित शहर के कुन्हाड़ी में लैंडमार्क सिटी के उत्तम रेजीडेंसी हॉस्टल में रह रहा था। रविवार को दोपहर में हॉस्टल की मैस में अन्य छात्रों क साथ भोजन किया था, उसके बाद से वह कमरे से बाहर नहीं निकला। शाम को जब सुमित ने स्वजनों का फोन नहीं उठाया तो उसके पिता ने हॉस्टल के वार्ड को सूचना दी। इसके बाद वॉर्डन ने सुमित के कमरे का दरवाजा बजाया तो अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। इस पर रात करीब साढ़े नौ बजे कमरे का दरवाजा तोड़ा तो सुमित पंखे से फंदे पर लटका हुआ था। सूचना मिलने पर कुन्हाड़ी थाना पुलिस हॉस्टल पहुंची और छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए MBS अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
स्वजन सोमवार सुबह कोटा पहुंचे जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ। मामले को लेकर सुमित के स्वजनों का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है। सुमित के पिता विजयपाल पांचाल की रोहतक में फेब्रिकेशन की दुकान है। सुमित तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। पिता ने कहा, सुमित को कोई परेशानी नहीं थी। लगभग हर दिन उससे मोबाइल पर बात होती रहती थी।
दादा राजकुमार पांचाल ने कहा, रविवार को मेरी हॉस्टल के कर्मचारी से बात हुई थी तो उसने सबकुछ ठीक होने की बात कही थी। उन्होने बताया कि मैं मेरे पौत्र के बारे में हॉस्टल के कर्मचारियों से जानकारी लेता रहता था। उन्होंने कहा, यह आत्महत्या नहीं हत्या है। एसआईटी से इसकी जांच होनी चाहिए। पुलिस के अनुसार सुमित रोहतक में नेहरू कालोनी का निवासी था। उल्लेखनीय है कि इस साल अब तक कोटा में आठ कोचिंग छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है।
प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि हॉस्टल के कमरे में एंटी हेंगिग डिवाइस नहीं लगी हुई थी, अगर डिवाइस लगी होती तो शायद सुमित की जान बच सकती थी। ज्ञात रहे कि आत्महत्याओं के केस बढ़ने के चलते कोटा में हॉस्टल के कमरों में पंखे पर एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाना जरूरी कर दिया गया है।