छुट्टी नहीं मिलने पर विकास वैभव ने लिखा "कभी-कभी सर्प भी मित्र बन सकता है, किन्तु दुष्ट को कभी मित्र नहीं बनाया जा सकता, किसे दुष्ट बता रहे हैं होमगार्ड के आईजी

PATNA : "क्वचित् सर्पोऽपि मित्रत्वमियात् नैव खलः क्वचित्। न शोषशायिनोऽप्यस्य वशे दुर्योधनः हरेः॥"

अर्थात - "कभी-कभी सर्प भी मित्र बन सकता है, किन्तु दुष्ट को कभी मित्र नहीं बनाया जा सकता । शेषनाग पर शयन करने वाले हरि का भी दुर्योधन मित्र न बन सका !"

यह वह ट्विट है, जो आज होमगार्ड के आईजी विकास ने किए हैं। इस ट्विट में वह किसी को दुष्ट बता रहे हैं, साथ ही उनकी तुलना दुर्योधन से कर रहे हैं, जो कभी भी हरि का मित्र नहीं बन सका। हालांकि अपने ट्विट में उन्होंने किसी के नाम का जिक्र नहीं किया, लेकिन उनका इशारा किसकी तरफ है,यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता  है। 

दरअसल, जिस तरह से गुरुवार को होमगार्ड आईजी ने अपने ट्विट में डीजी शोभा अहोतकर पर पत्नी और मां के नाम की गालियां देने का आरोप लगाया है, उसको लेकर पुलिस विभाग में चल रही राजनीति खुलकर सामने आ गई है। विभाग में किस तरह कुर्सी की लड़ाई चल  रही है और अधिकारी एक दूसरे पर ही गाली गलौज कर रहे है, यह सार्वजनिक हो गया  है। 

नहीं मिली छुट्टी

कल के ट्विट के बाद शुरू हुए विवाद से बचने के लिए विकास वैभव ने दो महीने की छुट्टी का आवेदन दिया। लेकिन पहले से ही होमगार्ड आईजी से चिढ़ी हुई डीजी शोभा अहोतकर ने उनकी छुट्टी मंजूर करने की जगह बिहार गृह विभाग के पास भेज दिया। ऐसे में अब विकास वैभव ने इस ट्विट के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की है।