दरभंगा में मजदूर दिवस पर भारी पड़ा पीएम मोदी का कार्यक्रम, छुट्टी के बावजूद काम में जुटे नगर निगम के कर्मी, कहा इसके बदले न पैसा मिलेगा न छुट्टी

दरभंगा में मजदूर दिवस पर भारी पड़ा पीएम मोदी का कार्यक्रम, छुट्टी के बावजूद काम में जुटे नगर निगम के कर्मी, कहा इसके बदले न पैसा मिलेगा न छुट्टी

DARBHANGA : आज पूरे देश में मजदूर दिवस मनाया जा रहा है। सरकार की ओर से कामकाजी मजदूरों को सरकारी छुट्टी दी गई है और चुनावी सभा स्थल से इस दिन को यादगार बनाने में किसी प्रकार की कसर नही छोड़ा जा रहा है। ऐसे में दरभंगा में नगर निगम के तैनात मजदूर सरकारी व्यवस्था से सवाल पूछ रहे है की ये कैसा मजदूर दिवस है। इतने भीषण गर्मी में भी मजबूरी के कारण काम करना पर रहा है। इस मजदूरी के एवज में कुछ मिलेगा भी नही। ना ही इसके लिए कोई दूसरी छुट्टी का प्रावधान है। ऊपर से हमलोग की तनख्वाह भी कम है। जिससे भरण पोषण करना तो दूर की बात, शिक्षा व्यवस्था भी मुहिया करना मुश्किल हो रहा है।

दरअसल 4 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी जनसभा दरभंगा के विश्वविद्यालय परिसर स्थित राज मैदान में होना है। इसको लेकर तैयारियां जोर-जोर से चल रही है। प्रशासनिक महकमा सहित नगर निगम के द्वारा इसको लेकर साफ सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने में जुटी है। इसी की तैयारी को लेकर दरभंगा नगर निगम ने अपने सफाई कर्मी को काम पर लगाया गया है। इस बात को लेकर मजदूरों के अंदर खास नाराजगी देखी जा रही है।

वही नगर निगम के द्वारा काम के लिए तैनात मजदूर लाल मालिक ने कहा की 4 तारीख को मोदी आ रहे है। इसी के लिए ये काम चल रहा है। मजदूर दिवस होते हुए भी काम करना पड़ता है। छुट्टी तो मनाना था। सरकारी छुट्टी भी है। लेकिन मोदी आ रहे हैं इसलिए ऊपर से काम करने का आदेश था। काम करना होगा। इसलिए काम करना पड़ रहा है। छुट्टी के दिन काम करने में बहुत परेशानी हो रही है। सिर्फ हम ही नहीं पूरे नगर निगम के कर्मचारी लगे हुए हैं। 

वही उन्होंने कहा कि सरकार से कहना है कि 10 से 11 हजार रुपए में हम लोगों का पेट नहीं भरता है। आज के दौर में इतने वेतन में कुछ नहीं होता। ऊपर से इतनी गर्मी में काम करना पड़ता है। इतने कम पैसे में किसी चीज की सुविधा नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि आज जो छुट्टी रद्द हुई है। इसके जगह आगे कोई छुट्टी नहीं मिलेगा। ना ही इसके एवज मे मजदूरी मिलेगा। हमलोग गरीब आदमी है, पेट के लिए सब करना पड़ता है।

दरभंगा से वरुण ठाकुर की रिपोर्ट

Editor's Picks