नए संसद को ताबूत बताने पर घिरी राजद अपने बचाव में उतरी, बताया क्योंकि की गई तुलना, जान लीजिए

PATNA |नये संसद भवन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद इस पर सियासत नहीं थम रही है. उद्घाटन के थोड़ी देर बाद ही बिहार की सत्ताधारी पार्टी आरजेडी ने एक विवादित ट्वीट कर सियासी घमासान और तेज कर दिया. राजद की तरफ से किए गए ट्वीट में नई संसद की तुलना एक ताबूत से की गई. तस्वीर में एक तरफ नया संसद भवन है तो दूसरी तरफ ताबूत है. इस फोटो को दिखाते हुए कैप्शन दिया गया कि 'ये क्या है?'.
पार्टी की ओर से जारी इस ट्वीट पर राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि लोकतंत्र के पुजारी सब लोग हैं, लेकिन इतिहास बदलने का जो प्रयास किया जा रहा है उसका सांकेतित प्रतिबिंब हमारी पार्टी ने दिखाया है. लोकतंत्र के मंदिर को भाजपा ने अपना मंदिर और भवन समझ लिया है. यह समारोह और भव्य होता अगर 19 विपक्षी दल भी इसमें शामिल होते.
संसद भवन की ताबूत से तुलना पर उन्होंने कहा कि इतिहास को दफ़न किया जा रहा है. उसका सांकेतिक रूप तस्वीर के जरिये दिखाया गया है. लोकतंत्र के मंदिर का भगवाकरण हो रहा है और यह लोकतंत्र का अपमान है. लोकतंत्र में विपक्ष की अहमियत को नकारा नहीं जा सकता है