वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर हुए पद्मश्री से सम्मानित, भाषा, शिक्षा तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में रहा है अनुकरणीय योगदान
पटना. वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर को राष्ट्रपति की ओर से जिलाधिकारी, पटना शीर्षत कपिल अशोक द्वारा शुक्रवार को पद्मश्री पुरस्कार भेंट की गई। सुरेंद्र किशोर को भाषा, शिक्षा तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जिलाधिकारी ने लब्धप्रतिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर को अपनी शुभकामनाएँ देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। इस वर्ष घोषित पद्म पुरस्कारों में सुरेंद्र किशोर का नाम शामिल था. हालाँकि स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली जाकर पुरस्कार नहीं ले पाए थे. अब उनके सम्मान में पटना जिलाधिकारी ने उनके आवास पर जाकर उन्हें पद्मश्री पुरस्कार भेंट किए.
समाजवादी विचारधारा से जुड़े सुरेंद्र किशोर पिछले पांच दशक से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लेखन करते रहे हैं. बिहार के बहुचर्चित बॉबी हत्याकांड से लेकर पशुपालन घोटाले तक को उजागर करने में सुरेंद्र किशोर की रिपोर्टों को राष्ट्रीय ख्याति मिली. कर्पूरी ठाकुर ने सुरेंद्र किशोर का अपने पीए के रूप में चयन किया था. उन्हें बुलावा भेजा, लेकिन सुरेंद्र किशोर कतराते रहे। बाद में खुद कर्पूरी जी उनके पास पहुंच गए थे और आग्रहपूर्वक उन्हें अपना पीए बनाने का प्रस्ताव दिया था. अपनी लेखनी और सादगी पूर्ण जीवन के लिए सुरेंद्र किशोर एक प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते हैं.
वहीं सुरेंद्र किशोर एक दौर में जॉर्ज फर्नांडीस से भी जुड़े रहे. चर्चित डायनामाइट कांड में जॉर्ज फर्नांडीस आरोपी हुए तो सुरेंद्र किशोर की भी तलाश शुरू हुई. वे आपातकाल के दौरान जेल भी गये. हालाँकि जेपी सेनानियों को बिहार सरकार की ओर से पेंशन देने की घोषणा हुई तो उन्होंने इसे लेकर से इंकार कर दिया. अपने उच्च आदर्श और नैतिकता के लिए पत्रकारिता जगत में सुरेन्द्र किशोर एक सम्मानित नाम रहे हैं. उनके भाषा, शिक्षा तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई. अब जिलाधिकारी ने खुद उनके आवास पर जाकर उन्हें देश का प्रसिद्ध नागरिक सम्मान भेंट दिया.