पूर्णिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी का अनोखा ज्ञान, उर्दू के साथ इस भाषा को बताया 'राष्ट्रभाषा'
PURNEA : हिंदी को आज भी भले ही राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं मिला है। भारत के संविधान में इसे राजभाषा के रूप में मान्यता दी गयी है। लेकिन पूर्णिया के जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवनाथ रजक के राष्ट्रभाषा का ज्ञान सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे।
दरअसल उर्दू भाषा के विकास उर्दू मुशायरा और उर्दू उन्मुखीकरण कार्यशाला के कार्यक्रम के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने उर्दू को देश की राष्ट्रभाषा बता दिया। उन्होंने कहा कि उर्दू हमारी राष्ट्रभाषा है।
पूर्णिया के डीईओ का अद्भूत ज्ञान ! उर्दू के साथ इस भाषा को बताया राष्ट्रभाषा। pic.twitter.com/DdjEV1opll
— News4Nation (@news4nations) November 28, 2023
अब जिला शिक्षा पदाधिकारी को जब राष्ट्रभाषा का ज्ञान ही नहीं है तो उनके द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण से अभ्यर्थी को कितना फायदा होगा इससे आप खुद समझ सकते हैं। शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी होने के बावजूद बिहार के द्वितीय राजभाषा को देश की राष्ट्रभाषा बना दिया और उर्दू जुबान के विकास के लिए कई कसीदे अपनी जुबान से गढ़ डालें।
पूर्णिया से अंकित कुमार झा की रिपोर्ट