अपनी मांगों को लेकर आशा कर्मियों का अनोखा विरोध, गीत गाकर सरकार तक रख रही अपनी बात

JAHANABAD : आशा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर नौ सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं का विरोध लगातार जारी है। शुक्रवार की सुबह भारी संख्या में कार्यकर्ता हैं सदर अस्पताल पहुंच गए। जहां पहले तो उन्होंने दवा स्टोर के लिए बने भवन में तालाबंदी कर दी। बाद में समूह में खड़ा होकर आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी बातों को गीत के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की। बिहार राज्य आशा एवं आशा फैसिलिटेटर संघ के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन लगातार जारी है। 

विरोध में आए संघ के महिलाओं ने सभी आशा कार्यकर्ताओं को पारितोषिक नहीं राज्य कर्मी का दर्जा देने, आशा फैसिलिटी को नियमित मासिक मानदेय दस हजार रुपए करने, आशाओं के भुगतान में व्याप्त भ्रष्टाचार- कमीशनखोरी पर सख्ती से रोक लगाने, कोरोना काल की ड्यूटी के लिए सभी आशाओं फैसिलिटी को कोरोना भत्ता भुगतान करने, जिला  के सभी आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र पर विभिन्न मांगों को लेकर सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। 

केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आंदोलन को और उग्र करने की चेतावनी दी। 12 जुलाई से संघ की महिलाएं लगातार आंदोलन कर रही है। मांगे नहीं माने जाने पर आंदोलन को और उग्र करने की चेतावनी दी है।