UP NEWS: उत्तर प्रदेश के इस जिले में बनेगी नई टाउनशिप, कुंभ क्षेत्र का दायरा भी बढ़ा

UP NEWS: उत्तर प्रदेश के इस जिले में बनेगी नई टाउनशिप, कुंभ क्षेत्र का दायरा भी बढ़ा

लखनऊ: प्रयागराज में महायोजना 2031 के तहत शहर के विकास को नई दिशा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इस योजना के तहत जलालपुर घोसी से असरावे कला मार्ग पर यमुना किनारे एक नई टाउनशिप विकसित की जाएगी, जिसे एक प्राइवेट रियल एस्टेट कंपनी द्वारा विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र को अब व्यावसायिक क्षेत्र घोषित किया गया है, जिससे यहां व्यापार और उद्योग की संभावना बढ़ेगी।


महायोजना 2031 में नए जोन, अवैध निर्माण पर सख्ती, और पीडीए के दायरे का विस्तार

महायोजना के तहत शहर के विकास को तेज करने के लिए 17 जोन निर्धारित किए गए हैं, जिनमें से पांच नए जोन जोड़े गए हैं। इन जोन के माध्यम से अवैध निर्माणों पर सख्ती से अंकुश लगाने की योजना है। इसके अलावा, प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) का दायरा 88 वर्ग किलोमीटर तक बढ़ा दिया गया है, जिससे शहर का विकास और विस्तार संभव होगा।


ग्रीन बेल्ट का दायरा अब 15 प्रतिशत तक अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, चारागाह, वनीकरण, डेयरी, नदी और जलाशयों के क्षेत्रों को कम कर दिया गया है, ताकि शहरीकरण की प्रक्रिया को और तेज किया जा सके।


धार्मिक पर्यटन के लिए कुंभ क्षेत्र का विस्तार

धार्मिक पर्यटन को देखते हुए कुंभ क्षेत्र का दायरा 707 हेक्टेयर से बढ़ाकर लगभग दोगुना, यानी 1631 हेक्टेयर कर दिया गया है। इससे कुंभ क्षेत्र के विकास और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।


आवासीय क्षेत्र में बदलाव और पीडीए के राजस्व में वृद्धि

महायोजना के तहत, सब्जी पट्टी क्षेत्र को आवासीय क्षेत्र में बदल दिया गया है। इससे मानचित्र पास करने में आसानी होगी और पीडीए के राजस्व में वृद्धि होगी।


नई भू-उपयोग नीति और वाणिज्यिक विकास

महायोजना 2031 के तहत रिंग रोड और बाईपास रोड पर 500 मीटर की गहराई तक "हाईवे फैसिलिटी" नामक नया भू-उपयोग प्रस्तावित किया गया है। इस भू-उपयोग के तहत बरात घर, गेस्ट हाउस, रेस्त्रां, जलपान गृह, रिसॉर्ट, पेट्रोल पंप आदि खोलने की अनुमति होगी।


इसके अलावा, कई प्रमुख मार्गों पर बाजार स्ट्रीट भू-उपयोग प्रस्तावित किया गया है, जिससे इन मार्गों के किनारे भूतल और प्रथम तल पर व्यावसायिक मानचित्र स्वीकृत होंगे। इसके साथ ही, पहले से बिना स्वीकृत निर्माणों से शुल्क वसूला जाएगा।


भू-उपयोग में परिवर्तन और झलवा क्षेत्र का विकास

मुख्य नगर नियोजक टीपी सिंह ने बताया कि झलवा की ओर फल पट्टी एरिया पहले 250 हेक्टेयर में निर्धारित किया गया था, लेकिन अब बड़ी संख्या में लोग यहां मकान, स्कूल, और अस्पताल का निर्माण कर रहे हैं। इसको देखते हुए भू-उपयोग को परिवर्तित कर दिया गया है, ताकि इस क्षेत्र का उचित उपयोग किया जा सके।


विस्तारित क्षेत्रों में आवासीय योजनाएं और मल्टी लेवल पार्किंग

महायोजना के तहत फाफामऊ, नैनी और झूंसी की ओर विस्तारित क्षेत्रों में भी आवासीय योजनाएं प्रस्तावित की गई हैं। इन योजनाओं के तहत शहरीकरण को बढ़ावा दिया जाएगा और इन क्षेत्रों में रहने वालों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।


इसके अलावा, शहर में तीन स्थानों पर मल्टी लेवल पार्किंग की योजना बनाई गई है। इन पार्किंग स्थलों पर 500 से 700 चार पहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे, जिससे शहर के यातायात दबाव को कम किया जा सकेगा।

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