शादी के चक्कर में हो जाएगी बर्बादी, जानें मेट्रीमोनियल विज्ञापन के नए ठगी के बारें में, जानकारी रहने पर कंगाल होने से जाएंगे बच
मेट्रीमोनियल विज्ञापनों के माध्यम से शादी के लिए संपर्क करना सामान्य है, लेकिन ठग इस अवसर का दुरुपयोग कर सकते हैं। पहचान पत्र और पृष्ठभूमि की जांच किए बिना बातचीत आगे न बढ़ाएं।
UP Kanpur news: शादी के लिए मेट्रीमोनियल विज्ञापनों का सहारा लेने वाले लोगों को अब सतर्क रहने की जरूरत है। ठगों ने इन विज्ञापनों का इस्तेमाल करते हुए भोले-भाले परिवारों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। हाल ही में कानपुर के एक परिवार को ऐसी ही ठगी का शिकार बनाया गया।
कानपुर के परिवार की ठगी की कहानी
कानपुर के एक प्रतिष्ठित परिवार ने अपने बेटे की शादी के लिए अखबार में मेट्रीमोनियल विज्ञापन दिया। इस विज्ञापन के जवाब में बहराइच के एक व्यक्ति ने संपर्क किया और अपनी बेटी की शादी की बात शुरू की। शुरू में उसने परिवार को बहराइच आने के लिए कहा, लेकिन मना किए जाने पर उसने खुद कानपुर आने का प्रस्ताव रखा।
शनिवार को करीब 62 वर्षीय व्यक्ति उनके घर पहुंचा। बातचीत के दौरान उसने बताया कि रास्ते में उसका पर्स चोरी हो गया है और उसे घर लौटने और पत्नी की दवाइयों के लिए 3400 रुपये की जरूरत है। पीड़ित परिवार ने इंसानियत के नाते 5000 रुपये दे दिए। लेकिन ठग घर लौटने के बाद गायब हो गया।
कैसे दिया गया ठगी को अंजाम?
ठग ने खुद को एक जिम्मेदार परिवार का सदस्य बताया।
उसने सहानुभूति का फायदा उठाते हुए पैसे मांगे।
पैसे लेने के बाद उसने फोन बंद कर दिया और संपर्क नहीं किया।
सावधानी बरतने के सुझाव
इस घटना से सबक लेते हुए मेट्रीमोनियल विज्ञापन के माध्यम से शादी की बातचीत करने वाले परिवारों को निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
पहचान की पुष्टि करें: शादी की बात करने वाले व्यक्ति से आधार कार्ड, पैन कार्ड, या अन्य सरकारी पहचान पत्र मांगें।
ध्यान से व्यवहार करें: अनजान व्यक्ति को घर बुलाने से पहले उसके बारे में जानकारी प्राप्त करें।
पैसे का लेन-देन न करें: शादी के सिलसिले में कभी भी पैसों का लेन-देन न करें, चाहे स्थिति कितनी भी संवेदनशील क्यों न हो।
पुलिस को सूचित करें: यदि आपको किसी व्यक्ति की नीयत पर शक हो, तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें।