सुहागरात के दिन दूल्हे की खुली पोल,उकसाती रही दुल्हन, मौनी बन बैठा रहा दूल्हा .. समझते देर न लगी...

यह घटना इस बात का संकेत देती है कि शादी जैसे महत्वपूर्ण फैसलों में पारस्परिक विश्वास और स्पष्टता का होना अत्यंत आवश्यक है।

सुहागरात के दिन दूल्हे की खुली पोल,उकसाती रही दुल्हन, मौनी बन बैठा रहा दूल्हा .. समझते देर न लगी...
सुहागरात में दुल्हन के साथ हुआ धोखा!- फोटो : freepik

Up Bareilly news: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के दातागंज क्षेत्र में एक शादी के बाद हंगामे की अनोखी घटना सामने आई है. सुहागरात के बाद दुल्हन ने पति पर "शारीरिक रूप से कमजोर" होने का आरोप लगाया और उसके साथ रहने से इनकार कर दिया. इस घटना ने दोनों परिवारों के बीच विवाद खड़ा कर दिया, जिसे पुलिस हस्तक्षेप के बाद सुलझाया गया.

शादी और विवाद का घटनाक्रम

दातागंज क्षेत्र की एक युवती की शादी 13 नवंबर को शाहजहांपुर जिले के जैतीपुर थाना क्षेत्र के युवक के साथ हुई थी. शादी के बाद, दूल्हा अपनी दुल्हन को अपने घर ले गया. लेकिन, शनिवार को जब नवविवाहित जोड़ा दुल्हन के मायके पहुंचा, तो दुल्हन ने पति के साथ वापस जाने से मना कर दिया. दुल्हन ने अपने इनकार के पीछे सुहागरात के दौरान पति के "शारीरिक कमजोरी" की बात का उल्लेख किया. इस आरोप से दूल्हे और उसके परिवार को गहरा झटका लगा.

हंगामा और पुलिस

दुल्हन के इन आरोपों के बाद मायके में हंगामा शुरू हो गया. स्थिति इतनी बिगड़ गई कि स्थानीय पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा. पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई, जहां बातचीत के बाद समझौते की स्थिति बनी.

समझौता और परिणाम

दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से शादी तोड़ने और दहेज वापस करने का फैसला किया. दूल्हा बिना दुल्हन के अपने परिवार के साथ वापस लौट गया.

सामाजिक और कानूनी पहलू

यह घटना कई सामाजिक और कानूनी पहलुओं को उजागर करती है:

विवाह पूर्व जांच-पड़ताल की कमी: इस मामले में शादी से पहले दोनों परिवारों के बीच जरूरी बातचीत और स्पष्टता नहीं हुई, जिससे ऐसी स्थिति बनी.

पारिवारिक विवाद: ऐसे विवाद अक्सर सामाजिक प्रतिष्ठा और परिवारों के बीच तनाव का कारण बनते हैं.

कानूनी पहलू: दहेज वापस करने और समझौते के जरिए विवाद सुलझाने का तरीका कानूनी दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है.


Editor's Picks