International News: जब राजनीति की नाव डूबने लगे तो भारत को बना दो कप्तान, अपनी नाकामी की राख भारत पर फेंक रहे हैं मोहम्मद यूनुस, सत्ता छिनने के भय से लगने लगा डर

International News: बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस इन दिनों राजनीति के अखाड़े में फिसलन भरी चप्पल पहनकर चल रहे हैं। ...

सत्ता जाने की आहट- फोटो : social Media

International News: बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस इन दिनों राजनीति के अखाड़े में फिसलन भरी चप्पल पहनकर चल रहे हैं। चारों ओर से राजनीतिक तंज और आरोपों की बारिश हो रही है, और इस भीगे माहौल में साहब ने छाता किसी विदेशी पड़ोसी की ओर घुमा दिया है — जी हाँ, भारत की ओर।

बेगम खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी समेत तमाम दल मोहम्मद यूनुस से वैसे ही खफा हैं जैसे सर्दी में बिजली कटौती से जनता। ऐसे में जब अपनी कुर्सी खिसकती दिखी, तो यूनुस साहब ने आत्मचिंतन नहीं किया, सीधा ‘आउटसोर्सिंग’ का रास्ता चुना — और भारत पर इल्ज़ाम जड़ दिया।

बीते रविवार, एक उच्चस्तरीय बैठक में मोहम्मद यूनुस ने बताया कि बांग्लादेश में मचे राजनीतिक घमासान के पीछे कोई और नहीं, बल्कि भारत है — क्योंकि भारत को "बदलाव" से एलर्जी है। जैसे भारत दिन-रात यही प्लानिंग करता रहता है कि बांग्लादेश में कौन आए और कौन जाए।

नागरिक उइकया के अध्यक्ष महमुदुर रहमान मन्ना ने भी सुर में सुर मिलाते हुए बताया कि यूनुस साहब को लगता है, भारत अब बांग्लादेश को "खत्म" कर देना चाहता है। ये सुनकर लोग असमंजस में पड़ गए — क्या ये राजनीतिक समीक्षा थी या अगली जासूसी फिल्म की पटकथा?

इधर मोहम्मद यूनुस इस्तीफा देने की बात भी कर चुके हैं, लेकिन अभी तक उन्होंने बैग नहीं पैक किया। लगता है 'मैं इस्तीफा दूंगा' सिर्फ उतना ही गंभीर वादा है जितना चुनाव से पहले नेताओं का "जनता की सेवा करूंगा" वाला वादा।

बांग्लादेश में हालत बिगड़ते जा रहे हैं, कट्टरपंथियों को खुला मैदान मिल रहा है, लेकिन समस्या की जड़ भारत है — ऐसा मानना शायद उसी स्कूल ऑफ थॉट से आता है जहाँ हर विफलता का समाधान "बाहरवाले की साजिश" होता है।अंतरिम सरकार के प्रेस सचिव शफीकुल आलम कहते हैं कि चुनाव से पहले अस्थिरता फैलाई जा रही है। लेकिन ये स्पष्ट नहीं कि अस्थिरता कौन फैला रहा है — कट्टरपंथी ताकतें या भारत की छाया में खुद को शहीद दिखाने वाले नेता?बहरहाल जब नेता खुद की नीतियों से हालात संभाल नहीं पाते, तो उन्हें एक "बाहरी दुश्मन" की ज़रूरत होती है। मोहम्मद यूनुस ने भी वही पुरानी स्क्रिप्ट चुनी है — “भारत दोषी है”। सत्ता जाने की आहट सुनाई दे रही है, लेकिन अगर भारत पर ठीकरा फोड़ने से कुर्सी बचती, तो दुनिया के सारे नेता यही करते।