Earthquake News: भूकंप के तेज झटके से दहला इलाका, दहशत में घरों से बाहर निकले लोग, यहां हर साल 1500 बार डोलती है धरती....
Earthquake News: भूकंप के तेज झटके से पूरा इलाका दहल गया। अचानक आए तेज झटके से लोग दहशत में आ गए और घरों से बाहर निकल गए। बताया जा रहा है कि यहां एक साल में 1500 बार धरती डोलती है...
Earthquake News: एक बार फिर भूकंप के झटके से पूरा देश दहल गया। सुबह सुबह महसूस हुए झटके से लोगों में दहशत फैल गई। लोग घरों से बाहर निकल गए। दरअसल, एशियाई देश जापान में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। शनिवार (5 जुलाई 2025) को जापान के तात्सुगो क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर 5.4 तीव्रता का भूकंप आया। इसका केंद्र जमीन से महज 10 किलोमीटर गहराई में था। इससे पहले हाल ही में अमामी कागोशिमा में भी 5.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।
भूकंप के कई झटके महसूस
जापान भूगर्भीय दृष्टि से दुनिया के सबसे सक्रिय क्षेत्रों में गिना जाता है। यह प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर पर स्थित है। जहां तीन प्रमुख टेक्टोनिक प्लेट्स पैसिफिक, फिलिपींस और यूरेशियन आपस में मिलती हैं। यही कारण है कि जापान में रोजाना अलग-अलग हिस्सों में छोटे-बड़े भूकंप दर्ज होते रहते हैं।
तोकारा द्वीप समूह में एक दिन में 183 बार हिली धरती
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जापान के तोकारा द्वीप समूह में बीते दिनों भूकंपों की बाढ़ सी आ गई है। 23 जून 2025 को यहां एक ही दिन में 183 भूकंप दर्ज किए गए जो किसी भी सामान्य दिन की तुलना में कई गुना अधिक है। इसके बाद भी यहां धरती कांपती रही। 26 जून को 15 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए, 27 जून को 16 बार झटके महसूस हुए, 28 जून को 34 बार झटके महसूस हुए, 29 जून को 98 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। बता दें कि, टोकारा द्वीप समूह में कुल 12 द्वीप हैं। जहां करीब 700 लोग रहते हैं। यह इलाका हर साल औसतन 1500 भूकंप झेलता है।
पहले भी रही है भूकंपीय गतिविधियों की मार
यह पहली बार नहीं है जब तोकारा द्वीप समूह इस तरह के भूकंपीय झुंड (Earthquake Swarm) का केंद्र बना हो। सितंबर 2024 में यहां 346 और दिसंबर 2021 में 308 भूकंप दर्ज किए गए थे। इससे स्पष्ट होता है कि यह इलाका बेहद भूगर्भीय रूप से सक्रिय और संवेदनशील है।
जापान क्यों है इतना भूकंपग्रस्त?
दरअसल जापान का भूगोल ही इसे भूकंपों के लिहाज से सबसे संवेदनशील बनाता है। यह क्षेत्र तीन टेक्टोनिक प्लेट्स के मिलने वाले स्थान पर स्थित है। इनके लगातार हलचल में रहने के कारण धरती की परतों में तनाव पैदा होता है, जो समय-समय पर भूकंप के रूप में बाहर निकलता है।