Earthquake: सुबह सुबह डोली धरती, भूकंप के झटके से दहशत में नींद से जागे लोग, इतनी रही तीव्रता
Earthquake: सुबह सुबह भूकंप के झटके महसूस होने से लोग दहशत में आ गए। लोग घरों से निकल कर भाग गए। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.0 मापी गई।
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Earthquake: गुरुवार की सुबह असम के मोरीगांव जिले में 5.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप के झटके गुवाहाटी समेत राज्य के अन्य हिस्सों में भी महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, यह भूकंप तड़के 2:25 बजे आया और इसकी गहराई 16 किलोमीटर रही। जब भूकंप के झटके महसूस हुए तब सभी लोग अपने अपने घरों में सोए हुए थे। अचानक भूकंप के झटके से लोग जग गए। लोगों में दहशत कायम हो गया। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.0 मापी गई।
लद्दाख में भी भूकंप के झटके
इसके अलावा, बुधवार शाम करीब 5:36 बजे लद्दाख में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.5 मापी गई और भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी। झटके महसूस होते ही लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
असम में भूकंप का खतरा क्यों ज्यादा?
असम भारत के सबसे अधिक भूकंप प्रवण क्षेत्रों में शामिल है, क्योंकि यह भूकंपीय जोन V में स्थित है। इस क्षेत्र में भूकंप का खतरा अधिक रहता है और समय-समय पर तेज झटके महसूस किए जाते हैं। असम में पहले भी बड़े भूकंप आ चुके हैं, जैसे 1950 का असम-तिब्बत भूकंप (8.6 तीव्रता) और 1897 का शिलांग भूकंप (8.1 तीव्रता), जो इतिहास के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में गिने जाते हैं।
भूकंप क्यों आते हैं?
वैज्ञानिकों के अनुसार, धरती की सतह मुख्य रूप से सात बड़ी और कई छोटी टेक्टोनिक प्लेटों से बनी है, जो लगातार गतिशील रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, तो उनके कोने मुड़ सकते हैं या अत्यधिक दबाव के कारण टूट सकते हैं। इस प्रक्रिया में संचित ऊर्जा अचानक बाहर निकलती है, जिससे भूकंप के झटके महसूस होते हैं।