स्वीडन के स्कूल में हुई इतिहास की भीषण गोलीबारी, 10 की मौत, मारा गया हमलावर , यहीं हुई थी कुरान जलाने वाले मोमिका की हत्या
स्वीडन के ओरेब्रो नगर में एक वयस्क शिक्षा केंद्र में हुई गोलीबारी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दुखद घटना में कम से कम 10 व्यक्तियों की जान गई, जिनमें हमलावर भी शामिल था।
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स्वीडन के ओरेब्रो शहर में एक वयस्क शिक्षा केंद्र में हुई गोलीबारी ने देश को हिला कर रख दिया। इस घटना में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जिसमें हमलावर भी शामिल था। यह स्वीडन के इतिहास की सबसे भयानक सामूहिक गोलीबारी मानी जा रही है।
घटना उस समय हुई जब कई छात्र राष्ट्रीय परीक्षा के बाद घर लौट रहे थे। पुलिस को गोलीबारी की पहली सूचना स्थानीय समयानुसार 12:33 बजे मिली। हमलावर ने अकेले ही इस हमले को अंजाम दिया और बाद में उसका शव घटनास्थल पर पाया गया। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, हमलावर का नाम 35 वर्षीय बेरोजगार रिकॉर्ड एंडरसन बताया गया है, हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
स्वीडिश पुलिस अभी भी इस मामले की जांच कर रही है। स्थानीय पुलिस प्रमुख रॉबर्टो एड फोरेस्ट ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि गोलीबारी स्कूल के अंदर हुई या आसपास के क्षेत्रों में। उन्होंने यह भी बताया कि घायलों की संख्या और उनकी स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन छह लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
पुलिस ने यह भी कहा कि हमलावर का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और वह किसी गैंग से जुड़ा हुआ नहीं था। अधिकारियों का मानना है कि इस घटना का आतंकवाद से कोई संबंध नहीं है, लेकिन वे अभी भी संभावित कारणों की जांच कर रहे हैं।
स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया और इसे “पूरे स्वीडन के लिए बहुत दुखद दिन” बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्दोष लोगों के खिलाफ एक क्रूर हिंसा थी और इसके पीछे क्या कारण थे, इसका पता लगाने में समय लगेगा।
इस घटना ने स्वीडन में बढ़ती हिंसा पर सवाल उठाए हैं, खासकर स्कूलों में बंदूक हिंसा जो आमतौर पर दुर्लभ मानी जाती है। हालाँकि, हाल के वर्षों में चाकू या अन्य हथियारों से होने वाले हमलों की घटनाएँ बढ़ी हैं।
बता दें कुछ दिन पहले सलवान मोमिका ने वर्ष 2023 में ईद-उल-अजहा (बकरीद) से कुछ दिन पूर्व इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान को जलाने का कार्य किया। इस कार्य के लिए मोमिका ने पुलिस से अनुमति भी मांगी थी, जिसे उसे प्राप्त कर लिया गया था। मोमिका द्वारा कुरान जलाने का वीडियो विश्वभर में वायरल हो गया, जिसके परिणामस्वरूप मुस्लिम देशों में इसका तीव्र विरोध हुआ। इसके साथ ही, मोमिका को इराक से जान से मारने की लगातार धमकियाँ मिल रही थीं।
सलवान मोमिका इराक का निवासी था और वह इस्लामिक विचारधारा और मान्यताओं का आलोचक था। उसने इस्लाम के प्रति अपने विरोध को व्यक्त करने के लिए कुरान को जलाने का निर्णय लिया और 2023 में इसे अंजाम दिया। मोमिका के इस कृत्य के बाद इस्लामिक देशों में लोगों में भारी आक्रोश उत्पन्न हुआ और कई देशों में उसके खिलाफ आंदोलन शुरू हो गए। हाल ही में, स्वीडन में कुरान जलाने वाले इराकी नागरिक सलवान मोमिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई।