BHAGALPUR : जिलाधिकारी डॉ0 नवल किशोर चौधरी के अध्यक्षता में समीक्षा भवन में दीप प्रज्वलन कर राष्ट्रीय प्रेस दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर संयुक्त निदेशक जनसंपर्क एवं प्रेस प्रतिनिधियों द्वारा सहयोग प्रदान किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार जन कल्याण के लिए अनेक योजना चलाती हैं जिनमें हमारे हजारों कर्मी लगे हुए हैं। चाहे बाढ़ हो, सुखार हो आपदा का कोई भी स्थिति हो। निर्वाचन अवधि में अनेक कार्य होते हैं, सरकार एवं प्रशासन द्वारा आम जनता के लिए कार्य किया जाता है। मीडिया उन सबों पर नजर रखती है और यदि कहीं कोई कमी हो चुक हो तो समाचार के माध्यम से अवगत कराती है। उसके लिए कभी-कभी अपनी जान की भी परवाह नहीं करते हैं। कई बार प्रशासन से पहले मीडिया घटनास्थल पर पहुंचती है और मीडिया के माध्यम से हमें सूचना मिलती है।
उन्होंने कहा कि जिला एक यूनिट है और हम सभी अपने-अपने काम कर रहे हैं। सरकार योजना बना रही है हम क्रियान्वित कर रहे हैं न्यायपालिका अवलोकन करती है। आप मीडिया फीडबैक देते हैं हम सभी एक यूनिट के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया की प्रकृति में बदलाव यह हुआ है कि वरिष्ठ पत्रकारों को भी सोचना पड़ता था। लेकिन अब खबर सूचनात्मक रहती है। उन्होंने कहा कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को आज भी ज्यादा विश्वसनीय माना जाता है। कोई खबर चलती है तो लोग मानते हैं कि यह सही है। इससे हमारी जवाब देही बढ़ जाती है। इसलिए एक-एक लाइन का महत्व होता है कि हम क्या लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य किया जाता है तो उस से पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इसकी समीक्षा होती है, कोई फैक्ट्री लगता है तो समीक्षा होती है कि पर्यावरण पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। ठीक इसी तरह प्रत्येक खबर की समीक्षा होनी चाहिए कि इस खबर का समाज पर क्या असर होगा। दी गई खबर से बच्चों पर क्या असर होगा, महिलाओं पर क्या असर होगा, बुजुर्गों पर क्या असर होगा। जिस दिन यह होने लगेगा। उस दिन सही मायने में मीडिया अपने दायित्वों का महत्व समझ पाएगी। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रानिक चैनलों के द्वारा किसी भी सूचना को प्रसारित कर दिया जाता है सभी सूचना खबर नहीं होता है। उन्होंने कहा कि हाल ही के दिनों में एक त्यौहार के अवसर पर एक फोटो तेजी से वायरल किया गया। जिसे समाज पर बुरा असर पड़ा। हमें समझना होगा कि यह फोटो भागलपुर के बाहर जाएगा तो लोग भागलपुर के बारे में क्या सोचेंगे। आप सच्ची खबर प्रसारित करें भागलपुर के लोगों की आवाज हम तक पहुंचाएं। हम स्वागत करते हैं। उन्होंने वरीय पत्रकारों से आग्रह किया कि नए पत्रकारों के लिए प्रशिक्षण चलाएं और क्या नहीं करना है यह बताएं। क्योंकि क्या करना है इससे महत्वपूर्ण होता है कि क्या नहीं करना है। एक बार गलत खबर चल गई तो यह हजारों लोगों की मानसिकता पर असर डालती है। उन्होंने द हिंदू और इंडियन एक्सप्रेस का उदाहरण देते हुए कहा कि आज भी यूपीएससी की तैयारी करने वाले इसे पढ़ते हैं। इसकी प्रमाणिकता और गुणवत्ता आज भी उच्च स्तर का है। उन्होंने कहा कि कोई भी सूचना मिली तो वह एक व्यक्ति का पक्ष है कि समाज का पक्ष है इस पर विचार करना होगा, साथ ही इस पर लिखी गई खबर का समाज पर क्या असर होगा इस पर सोचा होगा। उन्होंने कहा कि इसकी समालोचना होनी चाहिए और समालोचनात्मक तथ्य पर जो खबर होगी, वह समाज की बेहतरीन के लिए होगा।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि 16 नवंबर के दिन ही भारतीय प्रेस परिषद कार्य करना प्रारंभ किया। इस अवसर पर हम प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय प्रेस दिवस का आयोजन करते हैं। मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है जो हमें फीडबैक देती रहती है। सरकार में अनेक जनकल्याणकारी कार्य चलाए जाते हैं कहीं भी कोई चूक हो तो प्रशासन को अवगत कराते हैं। उन्होंने कहा की खबर सही तथ्यों पर आधारित हो उस पर ध्यान देने की जरूरत है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए संयुक्त निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि 4 जुलाई 1966 को भारतीय प्रेस परिषद की स्थापना की गई जो 16 नवंबर से प्रभावकारी ढंग से कार्य करना प्रारंभ किया। इसके अध्यक्ष उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश होते हैं और इसके साथ 28 सदस्य कमेटी में राज्यसभा के दो लोकसभा के तीन सदस्य मेंबर होते हैं। साहित्य अकादमी, यूजीसी एवं बार काउंसिल आफ इंडिया के एक-एक सदस्य नामित किए जाते हैं। 20 सदस्य मीडिया से होते हैं जिनमें 06 संपादक, 07 कार्यकारी वरिष्ठ संवाददाता और 06 सदस्य समाचार प्रबंधन एवं एक- एक सदस्य न्यूज़ पेपर /न्यूज़ एजेंसी के प्रबंधन से होते हैं। भारतीय प्रेस परिषद एक स्वायत्त शासी संवैधानिक एवं अर्थ न्यायिक संस्था है। जो प्रेस की आजादी को बनाए रखने एवं खबरों के मानक बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाती है। उन्होंने राष्ट्रीय प्रेस परिषद के अवसर पर उपस्थित सभी पदाधिकारियों, पत्रकारों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को मीडिया की ओर से वरिष्ठ संवाददाता राजीव सिद्धार्थ, अनुज कुमार शिवलोचन, प्रवीण कुमार मिश्रा, अरविंद कुमार द्वारा संबोधित किया गया और मीडिया की बदलते प्रकृति पर प्रकाश डाला।
उधर मुजफ्फरपुर जिला अधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस का आयोजन समाहरणालय के सभागार में किया गया। इस अवसर पर परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसका विषय "प्रेस का बदलता स्वरूप" निर्धारित था। परिचर्चा में भाग लेते हुए मीडिया कर्मियों ने प्रिंट इलेक्ट्रानिक एवं डिजिटल मीडिया की विभिन्न कालखंडों में आवश्यकता, उपयोगिता , महत्व ,कार्य करने के तरीके तथा बदलते वक्त के अनुरूप मीडिया के विविध स्वरूपों में आये बदलाव की चर्चा की। प्रतिभागियों ने पुराने जमाने में खबरों के संकलन तथा संप्रेषण करने के तरीकों तथा उस समय के मीडिया के द्वारा श्रम साध्य कार्य का गहन विश्लेषण करते हुए वर्तमान समय में स्मार्टफोन तथा इंटरनेट के जमाने में खबरों के संकलन एवं संप्रेषण में आई सुगमता तथा खबरों की विविधता एवं खबरों के तीव्र गति से फैलने , पत्रकारों की बढ़ती संख्या के बारे में सूक्ष्मता से चर्चा की गई।इस मौके पर कई मीडिया के प्रतिभागियों ने अपने अपने समय के अनुभव, सुझाव साझा किये तथा मीडिया में कार्य करने के तरीकों पर प्रकाश डाला गया। कई प्रतिभागियों ने केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का जनहित में मीडिया द्वारा प्रचार प्रसार करने में अभिरुचि कम लेने को अनुचित बताते हुए जनहित में सभी को योजनाओं के प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता पर बल दिया गया ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके।
वहीँ शेखपुरा में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शेखपुरा समाहरणालय के मंथन सभागार में डीएम आरिफ अहसन, एसपी बलिराम कुमार चौधरी, डीपीआरओ ने संयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय प्रेस दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की। वहीँ "चेंजिंग नेचर ऑफ प्रेस" विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर डीएम ने कार्यक्रम में आए पत्रकारों को मोमेंटो और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर विभिन्न मीडिया घराने से आए प्रतिनिधियों ने भी चेंजिंग नेचर ऑफ प्रेस विषय पर अपनी मत रखा। वहीँ डीएम आरिफ अहसन ने कहा कि प्रेस के बदलते स्वरूप में विश्वसनीयता कड़ी चुनौती है। जल्दी न्यूज प्रसारित करने के होड़ में कई बार गलत खबरें प्रसारित हों जाती है जिससे प्रेस के प्रति विश्वसनीयता में कमी होती है। डीएम ने सहित तथ्य के साथ पुष्ट खबर प्रसारित करने की अपील की ताकि आम लोगो ने विश्वास कायम रहे।
भागलपुर से बालमुकुन्द, मुजफ्फरपुर से मणिभूषण और शेखपुरा से दीपक की रिपोर्ट