Drinking water After 77 years: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के नक्सल प्रभावित चुंचुना गांव के लोगों के लिए आज का दिन बेहद खास और खुशी भरा रहा। कुसमी विकासखंड के अंतर्गत आने वाले इस गांव को आजादी के बाद पहली बार साफ पीने का पानी नसीब हुआ है। 77 साल के लंबे इंतजार के बाद अब गांव के निवासी स्वच्छ पेयजल का उपयोग कर सकेंगे। यह उपलब्धि मोदी सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत संभव हो पाई है।
चुंचुना गांव कहां स्थित है?
रविवार को बलरामपुर जिले के नक्सल प्रभावित कुसमी विकासखंड के चुंचुना गांव में जब लोगों को पहली बार साफ पेयजल मिला, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह गांव छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर स्थित है और इसमें करीब 100 घर हैं। इस मौके पर गांव के लोगों ने हैंडपंप से पानी निकालते हुए खुशी जाहिर की, जिसका वीडियो भी सामने आया है। खासतौर पर महिलाओं ने इस अवसर पर उत्साह व्यक्त किया।
क्या है जल जीवन मिशन?
जल जीवन मिशन का उद्देश्य 2024 तक ग्रामीण भारत के सभी घरों में व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ग्रे वाटर मैनेजमेंट, जल पुनर्भरण (रिचार्ज), पुन: उपयोग और वर्षा जल संचयन (Rain Water Harvesting) जैसे उपायों को अनिवार्य रूप से लागू किया जा रहा है।