UPSC छोड़ रजनीति में एंट्री लेने वाली, विधायक बनी तो घोड़े से विधानसभा जाने वाली महिला नेता के घर ईडी की छापामारी, मचा बावल
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर सबसे कम उम्र में विधायक बनने वाली अंबा प्रसाद के ठिकाने पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापामारी की है.

Enforcement Directorate: जिस महिला राजनेता के नाम सबसे कम उम्र में विधानसभा सदस्य बनने का रिकॉर्ड है. जिसने दावा किया कि माता-पिता को राजनीतिक साजिश के तहत जेल भेजा गया इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी छोड़कर राजनीति में प्रवेश दिया. विधायक बनी तो महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनने के संकेत के तहत महिला दिवस पर घोड़े पर सवार होकर विधानसभा पहुंची. अब उसी युवा महिला नेता के घर शुक्रवार को प्रवर्त्तन निदेशालय ने छापामारी की है.
कांग्रेस की विधायक रही अंबा प्रसाद के झारखंड के अलग अलग ठिकानों पर ईडी ने कार्रवाई की है. बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुई अंबा प्रसाद मौजूदा समय में कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और पश्चिम बंगाल की सह-प्रभारी के रूप में कार्य करती हैं. इसके साथ ही उनकी पहचान एक वकील और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में है. उनके पिता योगेंद्र साव, झारखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं, और उनकी मां निर्मला देवी भी विधायक रह चुकी हैं.
जब उनके माता पिता के जेल जाने की नौबत आई तब अंबा प्रसाद ने राजनीति में उतरने का फैसला लिया था. उन्होंने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर सबसे कम उम्र में झारखंड विधानसभा की सदस्य बनने का रिकॉर्ड बनाया. वहीं शैक्षिक रूप से विनोबा भावे विश्वविद्यालय से एलएलबी और जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस से पीजीडीएम किया है. यहां तक कि रांची हाई कोर्ट में वकालत भी करने का अनुभव रखती है.
ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई की है. शुक्रवार को ईडी ने रांची सहित कुल 8 ठिकानों पर रेड डाली है. अंबा प्रसाद से जुड़े लोगो इसे सियासी कारणों से केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग करते हुए छापामारी बता रहे हैं. वहीं अंबा प्रसाद के खिलाफ ईडी की ओर से जारी कार्रवाई में अभी तक कई दस्तावेजों की तलाश और अन्य पूछताछ जारी रहने की बातें कही जा रही हैं.