DM Exposed : घर जाने के नाम पर डीएम साहब ने ली 'अर्जेंट' छुट्टी, घुमने निकल गए कश्मीर, चीफ सेक्रेटरी ने ऐसे पकड़ा रंगे हाथ, जमकर लगायी फटकार
DM Exposed : नौकरी और व्यवसाय से ब्रेक लेकर घूमना भला किसे अच्छा नहीं लगता. लेकिन एक कलेक्टर साहब को घुमने की ऐसी तलब लगी की वे झूठ बोलकर घुमने कश्मीर निकल गए. लेकिन चीफ सेक्रेटरी ने उन्हें ऐसी रेंज हाथ पकड़ लिया...पढ़िए आगे

N4N DESK : नौकरी, व्यवसाय या फिर किसी कामकाज से ब्रेक लेकर छुट्टियाँ बिताना भले किसे अच्छा नहीं लगता। बच्चे का तो स्कूल से बंक मार लेना आम बात होता है। लेकिन बड़े भी कभी कभार छुटियाँ बिताने के लिए झूठ का सहारा लेते हैं। ऐसी ही एक घटना एक कलेक्टर साहब के साथ हो गयी। दरअसल कलेक्टर साहब को कश्मीर घुमने की तलब लगी तो उन्होंने अर्जेंट घर जाने का बहाना बनाकर छुट्टी ले लिया। लेकिन उनका झूठ जब रंगे हाथ पकड़ा गया तो उन्हें अपने वरीय अधिकारी से जबरदस्त डांट पड़ गयी।
ऐसे पकडे गए डीएम
मामला राजस्थान का है। जहाँ करौली जिले के कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने अर्जेंट छुट्टी लेकर घुमने कश्मीर चले गए। हालांकि, बाद में राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने उनके झूठ को पकड़ लिया और करौली कलेक्टर नीलाभ सक्सेना को जिला स्तरीय अधिकारियों के सामने झूठ बोलने के लिए डांटा। सच तब सामने आया जब सीएस सुधांश पंत सवाई माधोपुर जिले में थे। उन्होंने अपने दौरे के दौरान सवाई माधोपुर और करौली जिले के सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की। करौली के अधिकारियों को ऑनलाइन बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया। उस समय छुट्टी पर चल रहे सक्सेना भी ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए। जब सीएस पंत ने उनसे उनके ठिकाने के बारे में पूछा तो कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने कहा, “सर, मैं अभी जम्मू-कश्मीर में हूं।
सीएस ने लगायी फटकार
नाराज पंत ने उनसे कहा, “क्या आप लखनऊ में जरूरी काम बताकर अपने गृहनगर जाने के लिए छुट्टी नहीं ले गए? इसके बजाय, आप कश्मीर में घूम रहे हैं, जबकि आपके झूठ के कारण जनता गर्मी में परेशान है। अगर जिले के नेता खुद इस तरह का व्यवहार करते हैं, तो उनके अधीनस्थों से क्या उम्मीद की जा सकती है? लोग इस भीषण गर्मी में पानी और बिजली की कमी से जूझ रहे हैं, और आप कश्मीर में छुट्टियां मना रहे हैं.”
सड़क पर लोग
दरअसल राजस्थान में गर्मी बढ़ने के साथ पीने के पानी की समस्या बढ़ गयी है। लोग सड़क पर उतर कर आन्दोलन करने को मजबूर हो गए। इसके मद्देनजर मुख्य सचिव ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सभी कर्मियों और अधिकारीयों की छुट्टियाँ रद्द कर दी थी। कहा गया की जिलाधिकारी के आदेश पर छूट्टियाँ मिल सकती है। लेकिन ऐसी परिस्थिति में छुट्टियाँ लेकर जिलाधिकारी ही कश्मीर घुमने निकल गए।