ARA : मेडिकल साइंस के डेवलप होने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं न कहीं आज भी लोग अंधविश्वास और झाड़फूंक पर भरोसा करते है। ऐसा ही ताजा मामला बिहार के आरा में भी दिखा है। जहां आरा के मॉडल सदर अस्पताल में इलाज कराने आए परिजनों ने झाड़फूंक करना शुरू कर दिया। दरअसल जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत सेवगार गांव में मुन्ना सिंह की 15 वर्षीय बेटी रिंकी कुमारी को छिपकली ने काट लिया। जिसके बाद परिजन रिंकी को इलाज के लिए उदवंतनगर सरकारी अस्पताल ले गए। जहां इलाज करने के बाद पीड़िता के बेहतर इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
वहीं आरा सदर अस्पताल में रिंकी की तबियत अत्यधिक खराब होने की वजह से उसे पटना रेफर कर दिया गया। जिसके बाद परिजनों ने रिंकी को झाड़फूंक करने के लिए एक ओझा को आरा सदर अस्पताल बुलाया। जहां मॉडल सदर अस्पताल के परिसर में ही ओझा ने रिंकी का झाड़फूंक किया। जिसे लेकर रिंकी के परिजनों ने बताया कि करीब पांच घंटे पहले रिंकी को छिपकली ने काट लिया था। जिसके बाद उसकी तबियत काफी खराब हो गई। अत्यधिक देर होने की वजह से उसकी नींद नहीं खुल रही थी और वो बेहोश थी। वहीं परिजनों का मानना है कि झाड़फूंक की वजह से उस लड़की की नींद खुल गई। वहीं झाड़फूंक करने आए ओझा ने बताया कि वो कहीं और काम कर रहा था। पता चलते ही वो आरा सदर अस्पताल पहुंचा और झाड़फूंक करना शुरू कर दिया।
वहीं ओझा ने बताया कि झाड़फूंक के दौरान उसने बोतल में पानी रखा था। मंत्र और पानी से झाड़फूंक कर रहा था। ओझा का मानना है कि लड़की को ऊपरवार हुआ था, यानी नजर लग गई थी। जबकि परिजनों का कहना है कि उसे छिपकली ने काटा था। वहीं होश में आने के बाद परिजन उसे इलाज के लिए नहीं बल्कि अब झाड़फूंक के लिए किसी बड़े तांत्रिक के पास ले जाएंगे।
आरा से आशीष की रिपोर्ट