Atal Bihari Vajpayee: अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती आज, सीएम नीतीश ने दी श्रद्धांजलि, जानिए दोनों के बीच का खास रिश्ता

Atal Bihari Vajpayee: अटल बिहारी वाजपेयी की आज 101वीं जयंती है। सीएम नीतीश ने सुबह सुबह वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि दी है। अलट बिहारी वाजपेयी और सीएम नीतीश के बीच खास रिश्ता था।

अटल बिहारी वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती - फोटो : social media

Atal Bihari Vajpayee:  भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेजी के 101वीं जयंती पर राष्ट्र उन्हें याद कर रहा है। इस दिन को अटल बिहारी वाजपेयी की याद में सुशासन दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है। वहीं सुबह सुबह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अटल बिहारी वाजपेयी जी को नमन किया है। सीएम नीतीश ने सुबह सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। 

सीएम नीतीश ने दी श्रद्धांजलि 

सीएम नीतीश ने ट्विट कर लिखा कि,"भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी जयंती पर सादर नमन।" अटल बिहारी वाजपेयी भारत के महान राजनेताओं, कुशल वक्ताओं और प्रखर कवियों में से एक थे। उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संस्थापक नेताओं में शामिल रहे और तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने।

13 दिन के लिए बने थे प्रधानमंत्री 

अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से की। वे जनसंघ के प्रमुख नेताओं में रहे और बाद में भाजपा की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। 1996 में वे पहली बार 13 दिनों के लिए प्रधानमंत्री बने, इसके बाद 1998 से 1999 और फिर 1999 से 2004 तक उन्होंने देश का नेतृत्व किया। प्रधानमंत्री के रूप में वाजपेयी जी ने पोखरण परमाणु परीक्षण, राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना और भारत-पाक संबंधों में संवाद की पहल जैसे कई ऐतिहासिक निर्णय लिए। 

16 अगस्त 2018 को हुआ निधन 

उनकी पहचान एक उदार, सहमति बनाने वाले नेता के रूप में रही, जिन्हें विपक्ष भी सम्मान की दृष्टि से देखता था। राजनीति के साथ-साथ अटल बिहारी वाजपेयी एक संवेदनशील कवि भी थे। उनकी कविताओं में राष्ट्रवाद, मानवीय संवेदनाएं और लोकतांत्रिक मूल्यों की झलक मिलती है। उन्हें 2015 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 16 अगस्त 2018 को उनका निधन हो गया, लेकिन भारतीय राजनीति और साहित्य में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। 

सीएम नीतीश से खास रिश्ता 

गौरतलब है कि नीतीश कुमार अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में रेल मंत्री रह चुके हैं। उन्हें अटल जी का विशेष स्नेह प्राप्त था, जिसकी चर्चा राजनीतिक गलियारों में अक्सर होती रही। स्वयं नीतीश कुमार भी कई बार इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि अटल जी का उन पर खास भरोसा और स्नेह रहा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार के राजनीतिक सफर में अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका बेहद अहम रही है। वाजपेयी जी के नेतृत्व में ही कम सीटें होने के बावजूद नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया गया था। यही कारण है कि नीतीश कुमार ने अलग-अलग राजनीतिक गठबंधनों में रहने के बावजूद हमेशा अटल जी के प्रति सम्मान और प्रशंसा बनाए रखी।