Banka News : केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर ने भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा का किया अनावरण, जननायक के विचारों को युवाओं के लिए बताया प्रेरणास्रोत

Banka News : केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर ने भारत रत्न कर्पू

Banka : जिले के रजौन प्रखंड कार्यालय परिसर ऐतिहासिक पल का साक्षी बना, जब समाजवादी विचारधारा के पुरोधा, गरीबों-पिछड़ों के मसीहा और भारत रत्न से सम्मानित जननायक कर्पूरी ठाकुर की भव्य आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस गरिमामय अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में उनके पुत्र तथा केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर उपस्थित रहे। उन्होंने अपने पिता की प्रतिमा का फीता काटकर अनावरण किया और माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

जनसैलाब ने भरा उत्साह और सम्मान का रंग

अनावरण समारोह में रजौन ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी। जनसैलाब में श्रद्धा, सम्मान और गर्व का अद्वितीय समावेश देखने को मिला। इस अवसर पर मंच पर कई गणमान्य लोग उपस्थित थे जिनमें लोकसभा सांसद गिरधारी प्रसाद यादव, पूर्व सांसद व विधायक मंगनी लाल मंडल, पूर्व विधायक मनीष कुमार, मुखिया संघ के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार, मुखिया प्रवीण कुमार सिंह, जदयू किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मुकेश सिंह  बंटी सिंह समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और राजनीतिक कार्यकर्ता शामिल थे।

मनीष कुमार का बयान – "महिला सम्मान सर्वोपरि"

समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए धोरैया के पूर्व विधायक मनीष कुमार ने समाजवादी विचारधारा की सराहना करते हुए कहा कि रजौन के लोग सच्चे समाजवादी सोच को मानते हैं। उन्होंने हाल ही में तेजप्रताप यादव की दूसरी शादी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि “पहली पत्नी के होते हुए दूसरी शादी नहीं करनी चाहिए। यह गैर कानूनी है महिला का सम्मान करना हम सबका दायित्व है।” उन्होंने पार्टी से निष्कासन को उस पार्टी का "आंतरिक मामला" बताते हुए उसमें हस्तक्षेप नहीं किया। समारोह में वक्ताओं ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के त्यागमयी जीवन, सादगी, संघर्षशीलता और सामाजिक न्याय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को याद करते हुए उन्हें _"युगपुरुष" और "सच्चा जननेता" बताया। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने हमेशा पिछड़ों, दलितों, वंचितों और गरीबों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और सत्ता को सेवा का माध्यम बनाया।

युवाओं को किया गया प्रेरित

रामनाथ ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा, “मेरे पिता का जीवन दर्शन आज के युग में और भी अधिक प्रासंगिक है। उन्होंने जो मूल्य दिए, वही आज सामाजिक समरसता की नींव हैं। युवा वर्ग को उनके विचारों और आदर्शों को अपनाना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि युवाओं को सिर्फ नौकरी की ओर न देखकर रोजगार और स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे आना चाहिए। “आत्मनिर्भर भारत” की परिकल्पना तभी साकार होगी जब युवा अपनी क्षमताओं पर विश्वास कर खुद की राह बनाएंगे। स्थानीय ग्रामीणों ने इस आयोजन की भूरी-भूरी प्रशंसा की और आयोजन समिति को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह प्रतिमा रजौन के युवाओं और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का केंद्र बनेगी।

बांका से चंद्रशेखर कुमार भगत की रिपोर्ट