बेतिया राज की जमीन को नए सिरे से विकसित करेगी नीतीश सरकार, मास्टर प्लान के लिए इस कंपनी के साथ किया करार

Bettiah - बेतिया राज की जमीन को सरकारी संपत्ति घोषित करने के बाद अब नीतीश सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती इसके उचित मैनेजमेंट की है। अब सरकार ने बेतिया राज की भूमि एवं परिसंपत्तियों के उचित उपयोग को लेकर विशेषज्ञ कार्ययोजना बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए राजस्व पर्षद एवं नई दिल्ली की संस्थान नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ अर्बन एफेयर्स के साथ इकरारनामा (एमओयू) किया गया है।
बेतिया में इसकी जानकारी देते हुए राजस्व पर्षद के अध्यक्ष चैतन्य प्रसाद ने बताया कि संस्था के प्रतिनिधियों ने इसके पूर्व भी बेतिया राज की जमीन के सर्वे को लेकर ड्रोन फोटोग्राफी भी कराई और उसके अनुरूप प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।
इस दौरान टीम के सदस्यों के द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्ट को राजस्व पर्षद के अध्यक्ष के समक्ष साझा किया गया और उनसे सलाह मांगी गई।
मास्टर प्लान तैयार कर होगा निर्माण कार्य
अध्यक्ष ने कहा कि गुरुवार को आयोजित सेमिनार में बेतिया राज की भूमि एवं परिसम्पतियों का संरक्षण और प्रबंधन, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण, भूमि एवं परिसम्पतियों के विकास और उपयोग के लिए सुझाव आदि बिंदुओं पर चर्चा की गई। यहां मास्टर प्लान तैयार कर विभिन्न आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कराया जाएगा।
बेतिया राज की जमीन का बेहतर मास्टर प्लान तैयार होगा, जिससे अस्पताल, विद्यालय, उद्योग, पुलिस थाना आदि अन्य आधारभूत संरचनाओं का निर्माण हो सकेगा और आमजन को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
इस अवसर पर विशेषज्ञों और अधिकारियों ने अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किए, जिससे बेतिया राज की भूमि एवं परिसम्पतियों के संरक्षण और विकास के लिए एक प्रभावी योजना बनाई जा सके।
सेमिनार को राजस्व पर्षद के सचिव गिरिवर दयाल सिंह, जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पुलिस डॉ. सौर्य सुमन, पुलिस अधीक्षक, बगहा सुशांत कुमार सरोज, व्यवस्थापक, बेतिया राज अनिल कुमार सिन्हा, नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी सहित सभी संबंधित जिलास्तरीय पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता आदि उपस्थित रहे।
जिला प्रशासन का भी मिलेगा सहयोग
एनआईयूए राजस्व पर्षद से मिलकर बेतिया राज की भूमि एवं परिसम्पतियों का सही उपयोग करेगा। जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर समेकित मास्टर प्लान तैयार होगा और योजनाओं के क्रियान्वयन को अमली जामा पहनाया जाएगा। इसके लिए अगले 100 दिनों में राज्यस्तर से लेकर जिलास्तर तक चार अलग अलग बैठक आयोजित की जाएंगी।
25 हजार एकड़ जमीन
राजस्व पर्षद के अध्यक्ष चैतन्य प्रसाद ने कहा कि बेतिया राज का समृद्धशाली, गौरवशाली इतिहास रहा है। कई बार बेतिया राज की जमीन का सर्वे कराया गया है। सर्वे के उपरांत बिहार एवं उत्तरप्रदेश राज्य में बेतिया राज की लगभग 25 हजार एकड़ भूमि है