Bhagalpur Love Jihad:भागलपुर में 'लव जिहाद' का सनसनीखेज मामला, हिंदू युवती का आरोप - 9 साल तक शादी का झांसा, यौन शोषण, जबरन गर्भपात और जान से मारने की धमकी, कोर्ट में इंसाफ की गुहार

Bhagalpur Love Jihad: तलाकशुदा हिंदू महिला ने खुलासा करते हुए कहा कि मुस्लिम युवक ने 9 साल तक अस्मत लूटी, गर्भपात करवाया और अब जान से मारने की धमकी दे रहा है।...

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भागलपुर में 'लव जिहाद' का सनसनीखेज मामला- फोटो : meta

Bhagalpur Love Jihad:बिहार के भागलपुर जिले से एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर 'लव जिहाद' के विवाद को हवा दे दी है। एक हिंदू युवती ने मुस्लिम युवक इमरान आलम पर शादी का झूठा वादा करके 9 साल तक लगातार यौन शोषण करने, उसे जबरन गर्भपात करवाने और अब जान से मारने की धमकियाँ देने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता, जो पहले से ही एक तलाकशुदा माँ है, अब न्याय के लिए भागलपुर सिविल कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुकी है और इंसाफ की गुहार लगा रही है।

पीड़िता ने अपनी दर्दनाक कहानी बयां करते हुए बताया कि उनकी पहली शादी साल 2010 में हुई थी, लेकिन दुर्भाग्यवश 2013 में उनके पति ने दूसरी शादी कर ली, जिसके बाद वह अपनी बेटी के साथ अपने मायके में रहने को मजबूर हो गईं। अपनी और अपनी बेटी की जीविका चलाने के लिए उन्होंने भागलपुर के ITI में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करना शुरू किया। इसी दौरान उनकी मुलाकात इमरान आलम नाम के एक युवक से हुई। पीड़िता के अनुसार, इमरान ने उनसे शादी का झूठा वादा किया और धीरे-धीरे उनके साथ शारीरिक संबंध स्थापित कर लिए। इमरान ने उन्हें यह कहकर विश्वास दिलाया कि वह उनकी बेटी को भी अपनाएगा और उनके भविष्य की हर जिम्मेदारी उठाएगा।

पीड़िता का आरोप है कि इमरान ने पूरे 9 साल तक उनके साथ भागलपुर के विभिन्न होटलों और अन्य एकांत जगहों पर शारीरिक संबंध बनाए। इस दौरान वह कई बार गर्भवती हुईं, लेकिन इमरान ने हर बार दबाव डालकर उनका जबरन गर्भपात करवा दिया। जब पीड़िता ने इमरान पर शादी करने का दबाव बढ़ाना शुरू किया, तो उसने चौंकाने वाली शर्त रखी - इस्लाम कबूल करने की! पीड़िता के इस शर्त को ठुकराते ही इमरान न केवल उनसे दूर हो गया, बल्कि उसने गुपचुप तरीके से किसी और लड़की से शादी भी कर ली।

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पीड़िता ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि जब उन्होंने इमरान की दूसरी शादी का विरोध किया, तो वह आगबबूला हो गया और उन्हें तथा उनके पूरे परिवार को जान से मारने और उनकी मासूम बेटी को बेच देने तक की घिनौनी धमकियाँ दीं। इमरान ने उन पर चुप रहने का हर संभव दबाव बनाया और यह भी कहा कि उनकी शिकायत को कोई भी गंभीरता से नहीं लेगा। पीड़िता का कहना है कि वह अब डर और दहशत के साये में जी रही हैं और उन्हें हर पल अपनी और अपनी बेटी की सुरक्षा की चिंता सता रही है। उन्हें अब सिर्फ न्याय का इंतजार है।

पीड़िता ने इस गंभीर मामले की शिकायत सबसे पहले स्थानीय पुलिस थाने में दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन उनका आरोप है कि दो अलग-अलग समुदायों से जुड़ा मामला होने के कारण पुलिस ने उनकी फरियाद पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। पुलिस की इस कथित निष्क्रियता से हताश होकर, पीड़िता ने आखिरकार 28 जनवरी 2025 को भागलपुर सिविल कोर्ट में अपनी शिकायत दर्ज कराई। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत पुलिस को कार्रवाई करने के लिए सख्त नोटिस जारी किया। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता को पूछताछ के लिए थाने बुलाया, लेकिन पीड़िता ने थाने जाने के बजाय सीधे कोर्ट में पेश होने का फैसला किया। उन्होंने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "मैं पुलिस के चक्कर काट-काट कर थक चुकी हूँ। दो धर्मों का मामला होने के कारण पुलिस मेरी बात सुनने को तैयार ही नहीं है।

पिछले हफ्ते कोर्ट के बढ़ते दबाव के बाद आखिरकार पुलिस ने इस मामले में औपचारिक रूप से जांच शुरू कर दी है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि अभी तक इस मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़िता और उनके परिवार को अब कोर्ट से ही न्याय की उम्मीद है। यह मामला भागलपुर में सनसनी फैला रहा है और 'लव जिहाद' के मुद्दे पर एक बार फिर बहस तेज हो गई है।