BHGALPUR : एक तरफ जहां सरकारी नौकरी पाने को लेकर युवा एड़ी चोटी एक करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। वहीं दूसरी ओर भागलपुर से एक ऐसी खबर सामने आई है। जिसे देखकर आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। एक शिक्षक जिसने 2012 में शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान मध्य विद्यालय हरदासपुर पूर्व नाथनगर भागलपुर में दिया था। उन्होंने आज इतने वर्षों शिक्षा जगत में कार्य कर जिला शिक्षा पदाधिकारी भागलपुर राजकुमार शर्मा को इस्तीफा पत्र सौंपा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मैंने सरकार की कूव्यवस्था से तंग आकर और जनता की समस्या देखकर राजनीति में कदम रखने का सोचा है।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मैं पहले भी सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्य करता था। समाज में जो परेशानियां होती थी। उसे दूर करने का काम करता था। जब से सरकारी शिक्षक बना था। तब से खुलकर सामाजिक कार्य नहीं कर पाता था। अब स्वतंत्र रूप से सामाजिक कार्य कर सकूंगा। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए खुलकर कहा कि मैं पीरपैंती प्रखंड से आता हूं और पीरपैंती की वर्तमान स्थिति काफी दयनीय है। वर्तमान विधायक जनता पर विश्वास पर खरे नहीं उतर रहे। यहां की जनता उनके कार्यशैली से काफी नाखुश है जिसे मैं दुरुस्त करूंगा।
उन्होंने कहा कि मुझे पीरपैंती से चुनाव लड़ने के लिए राष्ट्रीय जनता दल की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मिलने की भी बात लगभग तय हो चुकी है। उन्होंने कहा की लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के कार्य शैली से मैं काफी प्रेरित हूं। यह शिक्षक कोई और नहीं, भागलपुर जिला अंतर्गत पीरपैंती प्रखंड के मध्य विद्यालय रायगंज उर्दू के सहायक शिक्षक अशोक कुमार राम है। वही इस मामले को लेकर भागलपुर के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि शिक्षक अशोक कुमार राम ने यह निर्णय अगर लिया है तो वह कुछ अच्छा ही सोच कर लिए होंगे। मैं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। हालांकि उन्होंने केमरे पर बोलने से साफ तौर पर इनकार किया।
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट