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Bihar News: डॉक्टर साहब को मेडिकल छात्रा से हुई मोहब्बत, फिर बदल गयी नियत, पहले की दहेज़ की मांग और बाद में करने लगा ब्लैकमेल, जानिए क्या हुआ आगे

Bihar News: भागलपुर से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक डॉक्टर ने अपनी प्रेमिका से शादी के लिए 20 लाख रुपए की मांग की और पैसे नहीं मिलने पर उसे ब्लैकमेल करने लगा...

ब्लैकमेल
doctor blackmail her medical student- फोटो : प्रतीकात्मक

Bihar News: "तुम मेरी हो, और हमेशा मेरी रहोगी!"—शायद यही शब्द उस युवा मेडिकल इंटर्न ने सुने होंगे जब उसने अपने सहकर्मी पर भरोसा किया। लेकिन जब यह भरोसा टूटा, तो उसकी गूंज सिर्फ़ उसके दिल तक सीमित नहीं रही, बल्कि पूरे समाज ने इसे महसूस किया। भागलपुर के मायागंज स्थित जेएलएनएमसीएच अस्पताल में घटी यह घटना सिर्फ़ व्यक्तिगत विश्वासघात की दास्तां नहीं है, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे शिक्षित और पेशेवर लोग भी साइबर अपराध और मानसिक उत्पीड़न के शिकार हो सकते हैं।

एक वादा, एक रिश्ता और फिर छल

पीड़िता और आरोपी डॉक्टर शिव बालक ओझा की दोस्ती अस्पताल में शुरू हुई। कब यह दोस्ती एक रिश्ते में बदली, यह कहना कठिन है, लेकिन जब बात शादी तक पहुंची, तो रिश्ते का असली चेहरा सामने आ गया। शादी के बदले 20 लाख रुपये, एक कार और गहनों की मांग की गई। जब पीड़िता के परिवार ने इस दहेज की मांग को पूरा करने से इनकार किया, तो रिश्ता वहीं खत्म हो जाना चाहिए था। लेकिन असली कहानी तो तब शुरू हुई जब आरोपी ने प्रतिशोध में पीड़िता को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।

सोशल मीडिया के जरिए किया ब्लैकमेल

आरोपी ने प्रेमी ने इसके बाद महिला को ब्लैकमेल करना शुरु कर दिया। उसने सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर पीड़िता की निजी तस्वीरें और वीडियो अपलोड करना शुरु कर दिया। यहीं नहीं वो उसके सहपाठियों और शिक्षकों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उन्हें भी इस मामले में घसीट रहा था। इस ना सिर्फ एक मानसिक प्रताड़ना माना जा सकता है बल्कि यह एक संगठित साइबर अपराध भी है। यह दिखाता है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल किसी की ज़िंदगी को कितना बर्बाद कर सकता है।

पुलिस की कार्रवाई 

मानसिक उत्पीड़न से तंग आकर जब पीड़िता ने साइबर सेल और महिला थाना में शिकायत दर्ज करवाई, तो पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझा। आरोपी डॉक्टर के मोबाइल से बरामद सबूतों ने पुष्टि कर दी कि पीड़िता झूठ नहीं बोल रही थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। यह मामला सिर्फ़ एक मेडिकल इंटर्न और डॉक्टर की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक चेतावनी हैएक सबक कि आंख मूंदकर किसी पर भरोसा करना कितना खतरनाक हो सकता है। यह घटना साइबर अपराधों के खिलाफ अलार्म की तरह है, जो बताती है कि सोशल मीडिया पर किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले सौ बार सोचें।

भागलपुर से अंजनी की रिपोर्ट

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