BHAGALPUR - भागलपुर में लाखों लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने किसानों को लेकर लालू प्रसाद पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग पशुओं का चारा खा सकते हैं, उनसे इस बात की उम्मीद नहीं लगानी चाहिए कि वह किसानों की स्थिति को बदल सकते हैं।
एनडीए सरकार ने इस स्थिति को बदला है। बीते कुछ सालों में एनडीए सरकार ने आधुनिक किस्म के बीज किसानों को दिए हैं। पहले यूरिया के लिए किसान लाठी खाता था और यूरिया की कालाबाजारी होती थी। आज किसानों को पर्याप्त खाद मिलता है। यहां तक कि कोरोना महासंकट में भी किसानों को खाद की दिक्कत नहीं होने दी।
उन्होंने कहा कि अगर एनडीए सरकार नहीं होती तो आज भी किसानों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ती। आज भी बरौनी खाद कारखाना बंद पड़ा होता। दुनिया के अनेक देशों में 3000 रुपए में मिल रही है। वही खाद की बोरी यहां किसानों को 300 रुपए में मिल रही है। एनडीए सरकार न होती तो आज भी 3000 रुपए में खाद मिलती।
हमारी सरकार किसानों के लिए सोचती है, उनकी भलाई के लिए सोचती है। इसलिए यूरिया और डीएपी का पैसा जो किसानों को खर्च करना पड़ता है। वह केंद्र सरकार कर रही है। बीते 10 साल में 12 लाख करोड़ रुपए केंद्र सरकार ने किसानों के लिए खर्च किए हैं।
पीएम ने कहा कि एनडीए सरकार नहीं होती तो पीएम किसान निधी नहीं होती। छह साल में इस योजना में तीन लाख 70 हजार करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में पहुंचे हैं। बिचौलियों की कोई भूमिका नहीं है। जबकि पहले योजनाओं का पूरा लाभ बिचौलिये हड़प कर लेते थे। लेकिन यह मोदी है, यह नीतीश जी हैं, जो किसानों का पैसा किसी को खाने नहीं देंगे।
कांग्रेस और राजद पर बोले
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले कांग्रेस और जंगलराज वाले किसानों के लिए जितना बजट रखते थे। उससे कई गुना पैसा तो हम सीधे आप किसानों के खाते में भेज चुके हैं। यह काम कोई भ्रष्टाचारी सरकार नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जंगलराज वालों के लिए किसानों की तकलीफ कोई मायने नहीं रखती है।
भागलपुर दौरे पर आए पीएम मोदी ने बिहार में हर साल आनेवाली बाढ़, सूखे और ओला पड़ने के बाद यह लोग किसानों को अपने हाल पर छोड़ देते थे। 2014 में जब एनडीए की सरकार बनी तो पीएम फसल बीमा योजना बनाई। जिसमें पौने दो लाख करोड़ रुपए का क्लेम किसानों को आपदा के समय मिल चुका है।