बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने एक बड़ा कदम उठाया है, जिसके तहत बोर्ड की सभी प्रक्रियाओं को पूरी तरह से ऑनलाइन किया जाएगा। अब बिहार बोर्ड के सभी नौ प्रमंडलीय मुख्यालयों में स्थित परीक्षा भवनों सह क्षेत्रीय कार्यालयों में छात्रों के सभी कार्य ऑनलाइन किए जाएंगे। इस बदलाव की तैयारी बिहार बोर्ड ने तेज़ी से शुरू कर दी है, और यह सुविधा जल्द ही विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होगी।
क्या बदलाव होगा?
समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इस नए ऑनलाइन सिस्टम के तहत छात्रों को अब अपनी काउंटर पर लंबी कतारों में नहीं लगना पड़ेगा। यदि छात्रों को अपनी नाम या सर्टिफिकेट में कोई सुधार करना हो, तो वह अब ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसके लिए छात्रों को अपने संबंधित स्कूल या कॉलेज से फॉरवर्डिंग प्रक्रिया अपनानी होगी। इसके बाद, वे अपने दस्तावेज़ ऑनलाइन पीडीएफ या JPEG फॉर्मेट में अपलोड कर सकेंगे और शुल्क का भुगतान भी ऑनलाइन माध्यम से करेंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग
इसके बाद, बिहार बोर्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) तकनीकों का उपयोग करके छात्रों के डाटा का वेरिफिकेशन करेगा। यह प्रक्रिया पहले से अधिक तेज और पारदर्शी होगी, जिससे सुधार कार्य में तेजी आएगी और छात्रों के लिए अनुभव बेहतर होगा।
2020 में शुरू हुआ था क्षेत्रीय कार्यालयों का संचालन
गौरतलब है कि बिहार के नौ प्रमंडलीय मुख्यालयों में स्थित परीक्षा भवनों सह क्षेत्रीय कार्यालयों का उद्घाटन 27 जनवरी 2020 को हुआ था। इन कार्यालयों की स्थापना पर 163.55 करोड़ रुपये की लागत आई थी। पटना, मुंगेर, मगध, पूर्णिया, कोसी, सारण, भागलपुर, तिरहुत और दरभंगा में स्थित इन क्षेत्रों में छात्रों के विभिन्न कार्यों के लिए अलग से सुविधा प्रदान की गई थी। अब बोर्ड द्वारा ऑनलाइन प्रक्रिया की शुरुआत से छात्रों को और भी अधिक सुविधा मिलने की उम्मीद है। बिहार बोर्ड के इस कदम से छात्रों के लिए सुधार प्रक्रिया और सरल हो जाएगी, और वे अपने कार्यों को जल्दी और आसानी से पूरा कर सकेंगे। साथ ही, यह बदलाव क्षेत्रीय कार्यालयों की कार्यशैली को और भी अधिक सक्षम और प्रभावी बनाएगा