Bihar Police Encounter : बिहार पुलिस ने कुख्यात डकैत सुशील मोची को एनकाउंटर में मार गिराया है. उसे पूर्णिया जिले बायसी के ताराबाडी में पूर्णिया पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया. सुशील मोची कटिहार का रहने वाला था. बिहार के सीमांचल के जिलों के साथ ही पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में भी उसने अपना आपराधिक नेटवर्क फैला रखा था.
उसके खिलाफ कैती, लूट समेत दर्जन भर आपराधिक मामले विभिन्न जिलों में दर्ज थे. पूरे सीमांचल में आतंक का पर्याय बने सुशील मोची को पुलिस ने शुक्रवार रात ढेर किया.
पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा ने शनिवार को बताया कि सुशील मोची पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार सहित पश्चिम बंगाल के जिलों में डकैती की घटनाओं को अंजाम देता था. सुशील मोची के साथ उसके गिरोह के अन्य लोग हथियार के साथ घरों में घुसकर डकैती की घटनाओं को अंजाम देता था. मुठभेड़ को लेकर उन्होंने बताया कि सुशील मोची ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण करने कहा लेकिन उसने फायरिंग जारी रखी. इसके बाद पुलिस की ओर से भी हुई फायरिंग में वह ढेर हो गया.
डकैत सुशील मोची पर दो जिलों में पुलिस ने ईनाम घोषित कर रखा था. उस पर पूर्णिया में 1 लाख और कटिहार और किशनगंज में 50-50 हजार का इनाम था. सुशील मोची सोना लूटकांड का मुख्य आरोपी था. पुलिस ने हाल में सुशील मोची के एक शागिर्द बाबर को मार गिराया था. उसके एनकाउंटर के बाद अब सुशील मोची को भी पुलिस ने ढेर कर दिया है.
सुशील मोची को मार्च 2022 में कटिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तब उसके पास से छह लाख से अधिक नगदी समेत लूट के जेवरात भी बरामद हुए थे. सुशील मोची के साथ उसके दो अन्य साथियों को पुलिस ने पकड़ा था. कुछ दिन पहले ही वह जेल से रिहा हुआ था. अब पुलिस से हुई मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया है.
बाबर को किया था एनकाउंटर
सुशील मोची के ही एक अन्य साथी बाबर को पुलिस ने करीब तीन महीने पहले एनकाउंटर में ढेर किया था. पुलिस और STF की ये कार्रवाई देर रात करीब 2 बजे अमौर में धान के खेत में हुई थी. बाबर पर 3 लाख का ईनाम था. उस पर बिहार और बंगाल में डकैती, लूट और कई दूसरे मामलों में 18 से अधिक केस दर्ज थे. मो. बाबर मूल रूप से बिहार के किशनगंज का रहने वाला था. अब पुलिस ने सुशील मोची को भी ढेर कर दिया है.
जेल में रहकर अपराध
बता दे कि कटिहार जेल में बंद होने के बाद भी सोना लूटकांड के मुख्य आरोपी सुशील मोची ने अमौर थानाक्षेत्र के खाड़ी महीनगांव के मुखिया साबिर आलम के घर हुई डकैती कांड में साजिश रची थी। पुलिस ने डकैती में शामिल अमौर के असद मदनी व जेल में बंद अपराधी सुशील मोची की पत्नी पूनम देवी को डकैती में लूटी गई राशि व अन्य सामानों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बताया जाता है कि सुशील मोची कुछ माह पहले ही जेल से बाहर निकला था।
पूर्णिया से अंकित की रिपोर्ट