Bhojpuri Film : भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के महानायक विजय खरे का निधन हो गया. उन्होंने बेंगलुरु में अंतिम सांस ली. विजय खरे ने रविवार को बेंगलुरु के कावेरी अस्पताल में दम तोड़ दिया है. भोजपुरी में 300 और हिंदी सिनेमा में 50 से अधिक फिल्म देने वाले मुजफ्फरपुर निवाशी दिग्गज अभिनेता विजय खरे 72 वर्ष के थे.
उनकी पहली भोजपुरी फिल्म 1982 में रिलीज हुई थी, जो जोरदार हिट रही थी. वे पिछले कुछ समय से किडनी रोग से परेशान थे. उनका उपचार चल रहा था. परिवार के लोगों का कहना है कि वह अपने जीवन का अंतिम क्षण अपने पैतृक शहर मुजफ्फरपुर में बिताना चाहते थे. अत्यधिक ठंड की वजह से उनके पुत्र अभिनेता आशुतोष खरे ने फरवरी माह में उन्हें मुजफ्फरपुर लाने का वादा किया, लेकिन उससे पहले वह इस संसार से विदा हो गए.
1976 में आई पहली फिल्म
'रईसजादा' (1976), 'गंगा किनारे मोरा गांव' (1983) और 'हमरा से बियाह करबा' (2003) जैसे दर्जनों लोकप्रिय फ़िल्में विजय खरे ने किया. उन्हें गब्बर सिंह के एक खास रोल के लिए जाना जाता है. साल 2019 में उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया था. उनकी पहली फिल्म "रईसजादा" सन 1997 में रिलीज हुई थी, जिसके हीरो राकेश रोशन थे. उसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा के साथ "कालका" जितेंद्र के साथ "बलिदान" धर्मेंद्र के साथ "लोहा" जैसी हिंदी फिल्मों में काम कर चुके हैं.
मुजफ्फरपुर के थे
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार सोमवार दो बजे बेंगलुरु में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. विजय खरे के निधन के सूचना के बाद मुजफ्फरपुर के तीन पोखरिया स्थित उनके आवास पर उनके रिश्तेदारों और फैंस की भीड़ जुटी हुई है.