Bihar Assembly Election 2025: बोधगया से बनेगी जदयू की चुनावी रणनीति की आधारशिला, जानें क्या नीतीश कुमार का मास्टर प्लान?
जदयू ने 2025 बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बोधगया में प्रवक्ताओं की कार्यशाला आयोजित कर रणनीति बनाई और जातीय गणना, वक्फ नीति व संवाद कौशल पर फोकस किया।

Bihar Assembly Election 2025: पटना स्थित जदयू कार्यालय में शनिवार को हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने आगामी 2025 बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतिक दिशा तय की। इस बैठक की सबसे खास बात यह रही कि पार्टी प्रवक्ताओं को सशक्त और प्रभावी संचारक बनाने की योजना पर मुहर लगाई गई।
बैठक में मौजूद रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने यह तय किया कि प्रवक्ताओं की भूमिका को केवल बयानबाज़ी तक सीमित नहीं, बल्कि एक राजनीतिक योद्धा के रूप में विकसित किया जाएगा।
बोधगया कार्यशाला
6 और 7 मई को बोधगया में जदयू के राष्ट्रीय और प्रांतीय प्रवक्ताओं की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसे सिर्फ एक औपचारिक बैठक नहीं, बल्कि एक राजनीतिक प्रशिक्षण शिविर के रूप में देखा जा रहा है।
क्या सिखाया जाएगा?
6 और 7 मई को बोधगया में जदयू के राष्ट्रीय और प्रांतीय प्रवक्ताओं की दो दिवसीय कार्यशाल में सरकारी योजनाओं की जानकारी और प्रचार की तकनीक के बारे में बताए जाएगा। जातीय गणना के पक्ष में वैज्ञानिक और सामाजिक तर्क की जानकारी दी जाएगी।
वक्फ नीति को लेकर पार्टी का स्टैंड क्लियर किया जाएगा। नीतीश कुमार के दो दशक के विकास कार्यों को संप्रेषित करने की रणनीति को समझाया जाएगा। मीडिया प्रबंधन, साक्षात्कार तकनीक, और जनसंचार कला का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रवक्ताओं को सिर्फ आंकड़ों से लैस करना नहीं, बल्कि उन्हें आत्मविश्वासी और रणनीतिक वक्ता बनाना है।
जातीय गणना और वक्फ नीति: चुनावी नैरेटिव की रीढ़
नीतीश कुमार द्वारा करवाई गई जातीय जनगणना को पार्टी अपनी प्रमुख उपलब्धियों में गिन रही है। कार्यशाला में इसे दूरदर्शी कदम बताते हुए इसका सामाजिक और आर्थिक महत्व प्रवक्ताओं को समझाया जाएगा ताकि वे जनता के सामने इसे सशक्त रूप से प्रस्तुत कर सकें।
वक्फ नीति पर स्पष्टता
वक्फ संपत्ति को लेकर बनी भ्रामक धारणाओं को दूर करने के लिए प्रवक्ताओं को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। पार्टी चाहती है कि वक्फ नीति को लेकर कोई राजनीतिक या धार्मिक अफवाह ना फैले।
जदयू की चुनावी जीत की नींव
बैठक में नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि आगामी चुनाव में जनता से संवाद ही पार्टी की सबसे बड़ी ताकत होगी। प्रवक्ताओं को इस उद्देश्य के लिए केंद्र में रखा गया है, ताकि वे हर मुद्दे पर स्पष्ट, तथ्यात्मक और संतुलित प्रतिक्रिया दे सकें।
निरंतर प्रशिक्षण और अपडेट
पार्टी ने यह भी तय किया है कि प्रवक्ताओं को समय-समय पर प्रशिक्षण और मुद्दा-आधारित अपडेट दिए जाएंगे। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे किसी भी मंच पर पार्टी की बात को निष्पक्ष और प्रभावशाली ढंग से रख सकें।