Gaya JI Cyber Fraud: साइबर अपराधियों ने चली नई चाल! गया जी में बिजली मीटर में आधार नंबर अपडेट कराने के नाम पर उड़ा ले गए 3 लाख रुपये
Gaya JI Cyber Fraud: गया जिले में साइबर अपराधियों ने बिजली मीटर में आधार अपडेट करने के नाम पर दो लोगों को कुल ₹3.18 लाख की चपत लगाई। जानें कैसे हुआ फ्रॉड, और कैसे आप भी ऐसी ठगी से बच सकते हैं।

Gaya JI Cyber Fraud: गया जिले में साइबर अपराधियों ने अब एक नई "बिजली मीटर आधार अपडेट" स्कीम के जरिए आम लोगों को ठगने का खेल शुरू कर दिया है। दुबहल गांव के रहने वाले दीपक कुमार सिंह और न्यू करीमगंज, रामपुर निवासी परवेज बहाव के साथ साइबर अपराधियों ने फ्रॉड को अंजाम दिया।
इन दोनों पीड़ितों से कुल ₹3.18 लाख की अवैध निकासी कर ली गई। दीपक के केस में लिंक पर क्लिक करते ही फोन हुआ ब्लैक आउट हो गया। इस तरह से साइबर अपराधियों ने कुल 1.20 लाख रुपये साफ कर लिए गए। इस दौरान दीपक को एक कॉल आया जिसमें बिजली मीटर में आधार अपडेट करने की बात कही गई। कॉल पर मिली लिंक पर क्लिक करते ही उनका मोबाइल ब्लैक आउट हो गया और 3 अलग-अलग बैंक खातों से ₹1.20 लाख की रकम उड़ गई। दीपक की तीन बैंक अकाउंट से क्रमांश 29,000,21,000 और 70,000 रुपये उड़ा लिए गए।
दूसरे केस में पीड़ित परवेज बहाव को साइबर अपराधियों ने स्क्रीन शेयरिंग के बहाने ₹1.98 लाख की ठगी को अंजाम दिया। इस तरह से 1.98 लाख साफ कर लिए गए। एक व्यक्ति ने खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर परवेज से संपर्क किया। मीटर अपडेट के नाम पर मोबाइल स्क्रीन शेयरिंग का उपयोग कर उनके यूको बैंक खाते से ₹1.98 लाख 500 रुपये निकाल लिए।
साइबर पुलिस की कार्रवाई और सलाह
दोनों मामलों में पीड़ितों ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू कर दी है और IP ऐड्रेस, कॉल डिटेल और बैंक ट्रांजेक्शन को ट्रैक किया जा रहा है।
पुलिस की चेतावनी
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए पुलिस ने चेतावनी जारी की है। उन्होंने बताया कि किसी अनजान लिंक या कॉल पर क्लिक न करें। बिजली विभाग की सेवाएं कभी फोन पर आधार अपडेट नहीं करवातीं। किसी को स्क्रीन शेयरिंग एक्सेस न दें। शक होने पर तुरंत 1930 या साइबर थाने में संपर्क करें।