GAYA NEWS : गया डीएम ने मंत्री और विधायकों के साथ की बैठक, पेयजल समस्या सहित कई मुद्दों पर की चर्चा
GAYA NEWS : गया डीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्री और विधायकों के साथ बैठक की. इस मौके पर उन्होंने जिले में पेयजल समस्या के साथ नल जल योजनाओ का क्रियान्वयन, गर्म हवा/ हीट वेब से आम जनमानस के बचाव की जानकारी दी....पढ़िए आगे

GAYA : जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्री सहकारिता विभाग बिहार सह नगर विधायक डॉक्टर प्रेम कुमार, विधायक वजीरगंज वीरेंद्र सिंह, विधायक शेरघाटी मंजू अग्रवाल, विधायक टिकारी अनिल कुमार, विधायक बोधगया कुमार सर्वजीत, विधायक गुरुआ विनय कुमार, बाराचट्टी ज्योति देवी, बेलागंज विधायक के साथ गया जिले में पेयजल समस्या, नल जल योजनाओ का क्रियान्वयन, गर्म हवा/ हीट वेब से आम जनमानस को बचाव इत्यादि को ध्यान में रखते हुए गया जिले में पेयजल तथा अन्य समस्या पर ज़िला पदाधिकारी को एक एक कर अपने क्षेत्रवार समस्याओं से अवगत करवाया गया। जिला पदाधिकारी ने उपस्थित सभी विधायक गण का स्वागत करते हुए कहा कि जिले में इस वर्ष 10 हजार चापाकलों को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा सर्वे किया गया। जिसमें 4 हजार चापाकल पूरी तरह दिफंग/ मरमत योग्य नही है। इसके अलावा शेष बचे चापाकलों में अब तक 3 हजार चापाकलों को ठीक करवाया गया है। इसके साथ ही आवश्यकतानुसार महादलित टोला में चापाकल लगवाया जा रहा है। डीएम ने बताया कि पिछले वर्ष जिस किसी टॉले में जल संकट उत्पन्न होने के पश्चात लगातार टैंकर मुहैया कराया गया है। उन स्थान पर निश्चित रूप से नल जल का कनेक्शन या नया चापाकल की व्यवस्था इस वर्ष रखी जा रही है ताकि उन टोला में दोबारा से जल संकट की स्थिति नहीं हो सके। उन्होंने निर्देश दिया है कि चापाकल मरम्मती में सामग्री की पूरी उपलब्धता रखें ताकि खराब चापाकल की मरम्मती में नए सामान को तुरंत लगा सके।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों का जहां-जहां जिस जिस क्षेत्र से पेयजल समस्या एवं चापाकल की आवश्यकता के संबंध में सुझाव प्राप्त हुए हैं उसी के अनुरूप चापाकल लगवाने का कार्य किया जाएगा। महादलित टोला में विशेष अभियान चलाकर चापाकल की मरम्मति करवायी जा रही है। जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि प्रत्येक दिन अपने क्षेत्र के नल जल योजना एवं चापाकल मरम्मती के संबंध में संबंधित प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी के साथ बैठक करते हुए जो भी समस्याएं आती है उसे तुरंत समाधान करवाये। गर्मी के मौसम में सभी पदाधिकारी पूरी रुचि लेकर लोगों की समस्याओं को दूर करें। नल जल योजना के समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि नल जल योजना में जो भी दिक्कते/ समस्या आ रही थी उसे यथासंभव दूर करने का कार्य किया जा रहा है। पिछले माह नल जल योजना का व्यापक सर्वे करवाया गया। जिसमें 1200 योजना में पेयजल संचालित नहीं हो रहा था। ज्यादातर मोटर जलने, पाइप लीकेज, पाइप फटने संबंधित था। इन सभी समस्याओं का निराकरण करते हुए 1000 योजनाओ को चालू करवाया गया था। शेष 200 योजना में मेजर समस्या के कारण नए सिरे से बोरींग करवाते हुए पानी आपूर्ति करवाया जा रहा है। डीएम ने निर्देश दिया है कि आने वाले इस गुरुवार के दिन सभी नल जल योजनाओ का भौतिक जांच वरीय पदाधिकारी के माध्यम से टीम बनाकर करवाया जाएगा। जांच में जो भी योजना बिना विशेष कारण के बंद रहने पर संबंधित कनीय अभियंता एवं टी०ए० पर कार्रवाई की जाएगी। शेष बचे दो दिनों में छोटी समस्या के कारण जहां भी नल जल योजना बंद है। उसे तुरंत चालू करवाने का निर्देश दिया गया है। वर्तमान में ज़िले का औसतन भूगर्भ जलस्तर 31.3 फीट मापा गया है। उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली आने के कारण भूगर्भ जल स्तर में काफी सुधार आई है। वर्ष 2020 के पहले जल जीवन हरियाली योजना के पूर्व लगभग 40 फीट के नीचे जलस्तर चले जाते थे। जो इस वर्ष औसतन जलस्तर 30 फीट है। शहरी क्षेत्र में जल संकट ना हो इसके लिए भी कार्ययोजना बना ली गयी है। आवश्यकता पड़ने पर यदि कहीं से ग्रामीण क्षेत्र में समस्या की सूचना आती है तो टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि अपने क्षेत्र के मुखिया जी के साथ बैठक कर जल संकट से संबंधित बिंदु पर 2 दिनों के अंदर बैठक करते हुए टोले की समस्या संबंधित जानकारी जिला स्तर पर उपलब्ध करा दें ताकि उस क्षेत्र में वैकल्पिक व्यवस्था कराते हुए त्वरित गति से करवाया जा सके।
उन्होंने कहा कि भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से तथा मनरेगा के माध्यम से मजदूरों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से आहर, पाइन, पोखर को सिंचाई हेतु नए सिरे से बड़ी संख्या में योजना लिए जा रहे हैं। लघु सिंचाई द्वारा 200 से ऊपर नए बड़े-बड़े योजना को इस वर्ष क्रियान्वित हेतु लिए गए हैं जिससे जिले का भुगर्व जल स्तर में काफी सुधार होगा। भूमि संरक्षण के तहत इस वर्ष अधिक संख्या में चेक डैम बनाने का कार्य किया जा रहा है। वन विभाग द्वारा पहाड़ के पानी को संरक्षित रखने हेतु पानी स्टोरेज हेतु डैम का निर्माण कराया जा रहा है तथा उस पानी को आहर पोखर के माध्यम से जोड़ते हुए सिंचाई में प्रयोग लाने हेतु कार्य किया जा रहा है। वजीरगंज के विष्णुपुर पंचायत में तीन तलाव को पहाड़ के नीचे बनाया गया है। इसके साथ ही बांके बाजार प्रखंड के हतिया पत्थर एवं हतिया पोखर में बड़े-बड़े डैम बनाने का कार्य किया जा रहा है। लगभग 10 हेक्टेयर तक पानी स्टोरेज करने का स्ट्रक्चर बना है। जिसे पाइन और आहर को कनेक्ट कर कर के आसपास के गांव का पटवन का कार्य कराया जा सकता है। सिंचाई के साधन को बढ़ाने के लिए जल जीवन हरियाली योजना के तहत सिंचाई विभाग भूमि संरक्षण विभाग मनरेगा के तहत लगातार कार्य किया जा रहा है। इसके उपरांत बारी-बारी से सभी माननीय जनप्रतिनिधियों से अपने क्षेत्र के बारे में समस्याओं के संबंध में जानकारी जिला पदाधिकारी को अवगत कर आए हैं। जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित पदाधिकारियों को तेजी से अनुपालन करवाने का निर्देश दिए हैं।
गया से मनोज की रिपोर्ट