Gaya Ji Vishnupad Temple: विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर को खूबसूरत बनाने के लिए खर्च होंगे 61 करोड़ रुपये, 140 फुट चौड़े रास्ते का होगा निर्माण, बनाए जाएगा 25 बिस्तरों वाला अस्पताल
Gaya Ji Vishnupad Temple: गया स्थित विष्णुपद मंदिर को विश्वस्तरीय तीर्थ स्थल बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने 61 करोड़ की परियोजना की घोषणा की है। जानें विकास कार्यों की पूरी योजना और श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाएं।

Gaya Ji Vishnupad Temple: गया का विष्णुपद मंदिर हिंदू धर्म में पितृपक्ष के दौरान पिंडदान के लिए प्रसिद्ध है।अब इसे वर्ल्ड क्लास तीर्थ और टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में सरकार ने कदम बढ़ाया है। केंद्र सरकार की ओर से कॉरिडोर निर्माण की घोषणा के साथ-साथ बिहार सरकार 61.96 करोड़ रुपये की लागत से सौंदर्यीकरण और सुविधाओं का विकास कर रही है। यह प्रोजेक्ट धार्मिक आस्था, विरासत संरक्षण और स्थानीय रोजगार सृजन के लिए मील का पत्थर बन सकता है।
दो क्षेत्रों का होगा व्यापक विकास
परियोजना के अंतर्गत केवल मंदिर ही नहीं, बल्कि उसके आसपास का संपूर्ण धार्मिक परिसर और सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
क्षेत्र कार्य
मंदिर परिसर जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण
आगंतुक सुविधा केंद्र फल्गु नदी किनारे 140 फुट चौड़ा कॉरिडोर
भव्य प्रवेश द्वार तीन द्वार, सैंडस्टोन डिज़ाइन
पथ निर्माण घाट से आगंतुक केंद्र तक सम्पर्क मार्ग
बस स्टैंड बस, चारपहिया, ई-रिक्शा के लिए पार्किंग
सुविधाएं शौचालय, चेंजिंग रूम, अस्पताल, दुकानों का पुनर्वास
14 मीटर ऊंचा होगा मुख्य प्रवेश द्वार
परियोजना के तहत बनने वाले मुख्य मध्य द्वार की ऊंचाई 14 मीटर होगी। दोनों तरफ के द्वार इससे 1 मीटर कम होंगे।सभी द्वारों पर GRC और सैंडस्टोन से आकर्षक नक्काशी की जाएगी।यह पूरे प्रवेश को एक राजसी और पारंपरिक मंदिर द्वार का स्वरूप देगा।
यातायात, सफाई और सुविधा – तीनों पर एकसाथ काम
मंदिर प्रबंध समिति के प्रमुख ने कई तरह के सुझाव दिए हैं। उन्होंने गया रेलवे स्टेशन से विष्णुपद मंदिर तक सभी मार्गों का चौड़ीकरण करने की अपील की है। बाजारों और मांस दुकानों को दूसरी जगह शिफ्ट करने की अपील की है। श्मशान घाट के पास अनियंत्रित वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया है। पिंडदान घाटों को अपग्रेड करने की बात कही है। 25 बिस्तरों वाला अस्पताल और साफ-सुथरी शौचालय सुविधाएं बनाने का सुझाव दिया है। 80 बसें और 300 चारपहिया वाहनों की पार्किंग क्षमता वाले जगह का निर्माण करने हेतु सुझाव दिया है साथ ही 1000 श्रद्धालुओं के लिए ठहरने की व्यवस्था वाले जगह बनाने की सलाह दी है। इन सुझावों को शामिल कर लिया गया है और विकास कार्यों को 4 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनने की ओर कदम
विष्णुपद मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु पिंडदान के लिए आते हैं, लेकिन अब सरकार इसे कांशी, उज्जैन और पुरी जैसे धार्मिक शहरों की श्रेणी में लाना चाहती है। इसकी वजह से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। होटल, गाइड, ई-रिक्शा का व्यवसाय तेजी से बढ़ेगा। शहर की सफाई और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार आएगा।अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा।